विप्लव गुप्ता, पेंड्रा। दिवंगत अजीत जोगी परिवार के करीबी रहे ज्ञानेंद्र उपाध्याय के कांग्रेस प्रवेश पर कोटा विधायक रेणु जोगी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रवेश उनका स्वविवेक से लिया गया निर्णय है. कांग्रेस पार्टी में गए हैं, इसके लिए उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं. वे हमारे परिवार के सदस्य की तरह थे. जोगी जी के जाने से परिवार अभी गहरे शोक में है, इसलिए इन बातों पर हम चिंतन नहीं करना चाहते.

जोगी जी के ना रहने पर मरवाही की जिम्मेदारी मेरे लिए बढ़ गई है. जब तक नया विधायक नहीं चुना जाता यह मेरी एक पत्नी के रूप में नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं यहां की जनता के साथ खड़े रहूं. जैसे जोगी जी ने उन्हें प्यार दिया है, वैसी ही मरवाही की सेवा करने की कोशिश करूंगी.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी के विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने मंगलवार को जनता कांग्रेस छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है.  जोगी के बहुत ही करीबी ज्ञानेंद्र उपाध्याय के हाथों में उनके चुनाव की कमान हुआ करती थी. उनका कांग्रेस में वापस जाना जनता कांग्रेस और अमित जोगी के लिये बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है.

बता दें कि ज्ञानेंद्र उपाध्याय 1980 से सक्रिय राजनीति में है, मरवाही क्षेत्र से जनपद अध्यक्ष व मंडी अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इन्होंने अब तक मरवाही में 7 विधानसभा और लोकसभा चुनाव का सफल संचालन किया है. भंवर सिंह पोर्ते के वक़्त से चुनाव का काम करते आ रहे हैं.