वाराणसी. ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज वाराणसी की जिला अदालत में दूसरे चरण की सर्वें रिपोर्ट सौंपी गई. 12 से 15 पन्नों की रिपोर्ट में कुछ महत्वपूर्ण अंश की जानकारी मिली है. सूत्रों ने बताया कि 1921 में दीन मुहम्मद वाले केस में मस्जिद वाली जगह पर सरकारी दस्तावेज में 3 पेड़ दर्ज हैं, उस दौरान उनमें बेल का एक पेड़ है, जो आज यहां नहीं है.

वहीं सरकारी रेवेन्यू के जो पुराने दस्तावेज हैं, वो भी निकाले गए हैं और रिपोर्ट में जोड़े गए हैं. डॉ. विलियम एल्थर द्वारा लिखी गई ‘काशी द सिटी इलष्ट्रीयस’ किताब से एक नक्शा भी रिपोर्ट में लगाया गया है, क्योंकि वकीलों का मानना है कि अंग्रेज न हिन्दू थे और न ही मुसलमान थे. सर्वें के दौरान जो फोटो क्लिक की गईं हैं उन तस्वीरों को सर्वें के दौरान तुरंत सील किया गया था और अब उन्हें भी कोर्ट में जमा की गई हैं, ताकि फोटो कोई चुरा ना ले या वायरल ना कर दे.

रिपोर्ट में कहा गया है कि और खुदाई हो ताकि सब सच्चाई निकाली जाए. सर्वे के दौरान तमाम तलाश के बावजूद फव्वारे के लिए कोई पानी सप्लाई की जगह नहीं मिली. सिर्फ एक छेद मिला है जो साबित करता है कि वो फव्वारा नहीं है. जब टीम ने वादी पक्ष से पाइपलाइन की बात कही तो मुस्लिम पक्ष कोई भी पाइपलाइन नहीं दिखा पाया है.

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इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी कोर्ट की सुनवाई पर भी रोक लगा दी है. कोर्ट ने कहा है कि वह कल इस मामले पर सुनवाई करेगा और तबतक वाराणसी कोर्ट में भी इसपर सुनवाई नहीं होगी. अब सुप्रीम कोर्ट कल इस मामले पर कल दोपहर 3 बजे सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ज्ञानवापी के मामले पर कल तीन जजों की बेंच सुनवाई करेगी. कोर्ट ने हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन से कहा कि वह अपने स्थानीय वकील से कहें कि वह ट्रायल कोर्ट में आगे कार्यवाही ना करें.