वाराणसी. ज्ञानवापी परिसर में वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग को लेकर चल रहे विवाद में वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर पांडेय ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की याचिका दायर की है. यह याचिका पहले निचली अदालत ने खारिज की थी, जिसे उन्होंने उच्च न्यायालय में निगरानी याचिका के रूप में प्रस्तुत किया है.

बुधवार को सीनियर जज विनोद कुमार सिंह की अदालत में इस मामले पर फैसला आने की उम्मीद है. उनका आरोप है कि दोनों नेता शिवलिंग को फव्वारा कहकर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं और संबंधित स्थान पर गंदगी फैलाने का कार्य कर रहे हैं.

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कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के वकीलों को तलब किया गया है, और मामले की बहस पूरी हो चुकी है. उन्होंने ये भी कहा है कि इस प्रकार की गतिविधियों से धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाई जा रही है और इसलिए सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना आवश्यक है. ओवैसी और यादव की ओर से वकीलों ने अपना पक्ष रखा है और अब न्यायालय के फैसले का इंतजार किया जा रहा है.