रायपुर – नियमित दिनचर्या में रोजाना हम कई तरह की छोटी-छोटी आदतों की अनदेखी करते हैं। लेकिन सामान्य शारीरिक क्रियाओं की अनदेखी से भी कोविड-19 महामारी एवं अन्य घातक बीमारियों की गिरफ्त में आ सकते हैंI हम यह भी कभी नहीं सोचते हैं कि यह जानलेवा भी हो सकता है I कोरोनाकाल में सामान्य दिखने वाली क्रियाओं के प्रति सजग करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने थूक का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है।
कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए दिशानिर्देश जारी करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने थूक का इस्तेमाल नहीं करने के लिए जन-जागरूकता के लिए “थूकना वर्जित स्वास्थ्य अर्जित” का संदेश देते हुए यूट्यूब पर जानकारी साझा की है। साथ ही नियमित कार्यों में किस तरह अनचाहे ही थूक का इस्तेमाल होता है, इसके प्रति ध्यान आकृष्ट कराया है ताकि कुछ सावधानी रखकर कोविड-19 से बचाव कर सकें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए हमें हर स्तर पर सावधानी बरतनी चाहिए। कोरोनावायरस तो अभी आया है, बल्कि थूक और लार से तो कई तरह की बीमारियों टीबी व अन्य (विशेषकर श्वसनतंत्र की बीमारियां मुख्यतः) के संक्रमण का खतरा रहता है। इसलिए दिनचर्या में कुछ बदलाव, सतर्कता और जन स्वास्थ्य की जागरूकता तो हमेशा आवश्यक है।
छोटी मगर काम की जानकारी- रोजना हम कुछ गलतियां करते हैं जो जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। पर थोड़ी सतर्कता बरतते हुए ना सिर्फ हम जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं बल्कि खुद और समाज को भी बचा सकते हैं। नियमित दिनचर्या में थूक से संबंधित छोटी मगर काम की सावधानियां बरतें तो निश्चित ही स्वास्थ्य अर्जित कर सकते हैं।
– नोट गिनते समय, अखबार का पन्ना पलटते समय, खेलते समय गेंद पर थूक नहीं लगाकर, बाजार में सब्जी लेते समय पॉलिथीन बैग पर थूक का इस्तेमाल ना करने दें बेहतर हो कि घर से थैला लेकर जाएं।
– रेलवे टिकट काउंटर, बस टिकट काउंटर , या फिर स्टेशनरी की दुकान पर टिकट, लिफाफे या अन्य सामान बेचते समय थूक का प्रयोग नहीं करें।
– लिफाफे पर टिकट चिपकाते समय, लिफाफे को चिपकाते समय थूक का इस्तेमाल नहीं करना।
– तंबाकू और गुटका का सेवन नहीं करने, यदि करते हैं तो भी अपने आस-पास की हर जगह पर नहीं थूकें।