Rajasthan News: राजस्थान में आज से एक्टिव होने वाला पश्चिमी विक्षोभ किसानों के लिए नई मुसीबत बन सकता है। इसके कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। बता से इस नए सिस्टम से प्रदेश में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है।
मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को भी राजस्थान के कई जिलों में बरसात हुई। सर्वाधिक दौसा जिले में 6 एमएम हुई, वहीं अलवर के राजगढ़ और भरतपुर-धौलपुर में 5- 5 एमएम, मंडावर-बसवा में 4- 4 तथा सैंथल में 3 एमएम बरसात हुई।
वहीं प्रदेश में गुरुवार को भी आंधी, बारिश और ओलों का दौर जारी रहेगा। इसे लेकर मौसम विभाग ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर दी है। गुरुवार को जयपुर समेत 14 जगहों पर बारिश के अलावा कहीं-कहीं ओले गिर सकते हैं। इनमें राजधानी जयपुर के अलावा टोंक, कोटा, झुंझुनूं, झालावाड़, सीकर, दौसा, बूंदी, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, भरतपुर, बारां, अजमेर और अलवर जिले शामिल हैं।
किसानों के लिए फसल को आंधी और बारिश ओलों से बचाने की सलाह दी गई है। सलाह दी है। प्रदेश के दक्षिणी इलाके में ओले से अफीम की फसल में लगे फूल गिर सकते हैं। वहीं जीरे की फसल को आंधी और बारिश नुकसान हो सकता है। उत्तरी- पूर्वी क्षेत्रों में तैयार खड़ी सरसों की फसल ओले गिरने से खराब हो सकती है।
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