Hajo Ganesh Temple: गणेश उत्सव का उल्लास जब पूरे भारत में गूंजता है, तो पूर्वोत्तर का हाजो कस्बा भी भक्तों की आस्था का केंद्र बन जाता है. गुवाहाटी से लगभग 30 किलोमीटर दूर कामरूप जिले में स्थित श्री श्री गणेश मंदिर न केवल ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि गणेश उत्सव के दौरान चमत्कारिक अनुभवों का स्थल भी माना जाता है.
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गजमुख गणेश की अद्भुत प्रतिमा (Hajo Ganesh Temple)
18वीं सदी में अहोम शासक प्रमत्ता सिंह द्वारा निर्मित इस मंदिर में हाथी जैसी आकृति वाली गणेश प्रतिमा स्थापित है, जिसे गजमुख गणेश कहा जाता है. श्रद्धालुओं का विश्वास है कि इस प्रतिमा के दर्शन मात्र से सभी विघ्न दूर होते हैं. विवाह में आने वाली बाधाएँ और संतान प्राप्ति की इच्छाएँ भी यहाँ पूजा करने से पूरी होती हैं. गणेश उत्सव पर मंदिर में विशेष अनुष्ठान, आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है.
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कपिल चमत्कार की मान्यता (Hajo Ganesh Temple)
स्थानीय परंपराओं में कपिल ऋषि का चमत्कार विशेष महत्व रखता है. कहा जाता है कि ऋषि कपिल ने वर्षों तक कठिन तपस्या की थी और उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर गणेश जी ने यहाँ साक्षात दर्शन दिए. तभी से यह स्थान सिद्धपीठ के रूप में पूजित है. भक्तों का मानना है कि गणेश उत्सव के दौरान इस पवित्र स्थल पर पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है.
कैसे पहुँचें? (Hajo Ganesh Temple)
हाजो का गणेश मंदिर गुवाहाटी से सड़क मार्ग द्वारा करीब एक घंटे में पहुँचा जा सकता है. निकटतम रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा गुवाहाटी ही है, जहाँ से टैक्सी और बस सेवाएँ उपलब्ध रहती हैं.
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