केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को राज्य सभा में देरी से जाने पर सभापति हामिद अंसारी ने फटकार लगाई। जावड़ेकर समेत नरेंद्र मोदी सरकार का कोई भी मंत्री राज्य सभा में प्रश्नकाल शुरू होने के समय मौजूद नहीं था। इससे अंसारी नाराज हो गए। उन्होंने जावड़ेकर को डांटते हुए कहा कि यह गंभीर मामला है। इसके बाद जावड़ेकर ने सदन में खड़े होकर सभी सदस्यों ने माफी मांगी। उन्होंने कहा कि वह ध्यान रखेंगे कि आगे से कभी ऐसा ना हो। जावड़ेकर को पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे के स्थान पर सवालों के जवाब देने थे।
मामला ऐसे शुरू हुआ कि कांग्रेस सांसद महेंद्र सिंह माहारा ने दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सवाल किया था। उन्होंने पूछा कि देश की राजधानी में वायु और ध्वनि प्रदूषण की समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार क्या उपाय कर रही है। यह सवाल पर्यावरण मंत्री दवे से किया गया था। लेकिन सदन में जवाब देने के लिए कोई भी मंत्री मौजूद नहीं था। इस पर विपक्ष के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया।
कांग्रेस नेताओं ने ‘शर्म करो, शर्म करो’ के नारे लगाना शुरू कर दिया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि दूसरी बार हुआ है जब प्रश्नकाल में सवाल पूछा गया लेकिन जवाब देने के लिए कोर्इ मंत्री मौजूद नहीं है। इसी दौरान प्रकाश जावड़ेकर वहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण मंत्रालय से जुड़े सवालों का जवाब वे देंगे। देरी से आने के बारे में उन्होंने कहा कि लोकसभा में व्यस्त होने के कारण आने में देर हो गई। लेकिन सभापति हामिद अंसारी इससे नाखुश नजर आए। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में उन्होंने ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी। यह अभूतपूर्व स्थिति है जब सवाल पूछे जाने के दौरान सदन में मंत्री मौजूद नहीं है। यह गंभीर बात है।