स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय क्रिकेटर इस वक्त दुनिया की सबसे लुभावनी टी20 लीग आईपीएल खेलने में व्यस्त हैं. आईपीएल के बाद टीम इंडिया को सात से 11 जून तक ‘द ओवल’ में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल खेलना है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले इस महामुकाबले से पहले भारत को अपने टेस्ट स्क्वॉड का ऐलान करना है. चोटिल श्रेयस अय्यर सिलेक्शन से बाहर हो गए हैं. मध्यक्रम को मजबूत करने के उद्देश्य से भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) डब्ल्यूटीसी की टीम में हनुमा विहारी को शामिल करने पर विचार कर रही हैं. हालांकि, बीसीसीआई ने विहारी को हाल ही में जारी खिलाड़ियों की वार्षिक अनुबंध सूची से बाहर कर दिया था.

टी20 अंतरराष्ट्रीय में धुंआधार बल्लेबाजी करने वाले सूर्यकुमार यादव का टेस्ट रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा, लेकिन उनको टीम में शामिल किया जाना तय है. देखना दिलचस्प होगा कि, सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और केएल राहुल को टीम में जगह मिलने पर किसे पारी की शुरुआत करने का मौका मिलेगा और कौन मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेगा. बीसीसीआई मई के पहले हफ्ते में डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए अपनी टीम की घोषणा कर सकता है.

बता दें कि, विहारी के लिए पिछले कुछ महीने अच्छे नहीं रहे. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट इंग्लैंड में पिछले वर्ष खेला था. उस मैच में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें अगली सीरीज से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया. ऐसे में दाएं हाथ के इस बल्लेबाजी की टीम में वापसी पर सवालिया निशान था लेकिन लेकिन अय्यर का चोटिल होना उनके पक्ष में जा रहा है. वैसे विहारी भले ही टीम की पहली पसंद न हो लेकिन उनका अनुभव देखते हुए उन्हें टीम में जगह दी जा सकती है.

बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि अय्यर हमारे के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी है. निसंदेह उनका चोटिल होकर बाहर होना हमारे लिए चिंता का विषय है. विहारी पर विचार कियाजा रहा है, वह काफी अनुभवी हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका पिछला रिकॉर्ड भी अच्छा है. हालांकि, अय्यर को इंग्लैंड में टेस्ट खेलने का भी अनुभव है और उनके नाम पर अंतिम फैसला सिलेक्शन मीटिंग में चयनकर्ता करेंगे.