सुप्रिया पांडेय,रायपुर। कोरोना से मुक्ति के लिए दूधाधारी मठ में रविवार शाम 7 बजे से सवा लाख हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. इस दौरान शासन के नियमों का पालन करते हुए ज्यादा लोगों को आयोजन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है.
दूधाधारी मठ के मठाधीश रामसुंदर दास ने अन्य लोगो से हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करने की अपील की है. महंत रामसुंदर दास ने कहा कि इस पाठ में ही लिखा है कि नाशै रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा. ऐसी मान्यता भी है कि मंत्रोच्चारण से हवा का शुद्धिकरण होता है प्राचीन समय से ऋषि मुनि यही करते आ रहे है. भारतीय संस्कृति में हवन और मंत्रोच्चारण का विशेष महत्व है.
मठाधीश राम सुंदर दास ने बताया कि रायपुर में विगत 12 वर्षों से राम नवमी पर सवा करोड़ हनुमान चालीसा का पाठ करने का कार्यक्रम चल रहा था, लेकिन वैश्विक महामारी के कारण से यह आयोजन नहीं हो पाया था, शारदीय नवरात्र का आज दूसरा दिन है इस दिन हम सब ने इस आयोजन का निर्णय लिया है. कोरोना की वजह से ज्यादा लोगों को अनुमति नहीं दी गई है. हमने आग्रह किया है लोग जहां पर भी बैठे हैं, नियम का पालन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करें. निश्चित रूप से इससे वैश्विक महामारी से छुटकारा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा में ही कहा गया है कि नाशै रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत बीरा, तो निश्चित रूप से उसका प्रतिफल हमें मिलेगा. छत्तीसगढ़ के साथ ही पूरे विश्व को कोरोना से जल्द मुक्ति मिलेगी यह हमें विश्वास है. एक व्यक्ति को 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने का आग्रह किया गया है. यदि पूरे छत्तीसगढ़ वासी ऐसा करते हैं तो सवा लाख से भी ज्यादा पाठ होगा.