देश में इन दिनों लाउडस्पीकर काफी चर्चा में है. कई लोग धार्मिक स्थलों में लाउडस्पीकर की आवाज कम करने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में मथुरा के भगवान श्रीकृष्ण जन्मस्थली मंदिर प्रशासन ने बड़ी पहल की है. मंदिर प्रशासन ने श्रीकृष्ण जन्मस्थली मंदिर पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज कम रखने का फैसला किया है. इस बीच एक पुजारी पर शांति भंग करने का मामला दर्ज किया गया है, जिसके बाद वह आमरण अनशन पर चले गए हैं. अजान के दौरान पुजारी ने कथित तौर पर हनुमान चालीसा का जाप करने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया, जिसके बाद पुजारी पर मामला दर्ज किया गया था.
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जालौन का है. लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने वाले पुजारी पर मामला दर्ज किया गया है. इसके बाद नाराज होकर पुजारी आमरण अनशन पर चले गए हैं. वह अब प्रशासनिक अधिकारियों और कोतवाली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पुजारी ने आरोप लगाया कि उचित जांच के बिना जल्दबाजी में कार्रवाई की गई. उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं. स्टेशन रोड पर मस्जिद के सामने मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ किया गया, लेकिन लाउडस्पीकर का किसी भी तरह से उपयोग नहीं किया गया था.
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जिला अधिकारियों और कोतवाली पुलिस ने बिना सच्चाई जाने कार्रवाई की है जिससे संत समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं. किसी ने सिटी मजिस्ट्रेट को झूठी शिकायत की, जिसके बाद क्षेत्र की शांति भंग करने के लिए कार्रवाई की गई. मैं गांधी चबूतरे पर आमरण अनशन पर बैठा हूं. मैंने मुख्यमंत्री, जिला अधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों को पत्र भी लिखा है. कोतवाली थाना प्रभारी शिव कुमार राठौर ने बताया कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई है. राठौर ने कहा कि मोहल्ला तुलसी नगर निवासी पुजारी मत्स्येंद्र गोस्वामी ने 19 अप्रैल को स्टेशन रोड पर मस्जिद के सामने कथित तौर पर हनुमान चालीसा का पाठ किया था. इसके लिए बुधवार को उनके खिलाफ शांति भंग करने की कार्रवाई की गई थी.