Hanuman Janmotsav Special 2025: महाबली हनुमान जी को वीरता, शक्ति और भक्ति का प्रतीक माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें “नवग्रहों से मुक्ति दिलाने वाले देवता” भी कहा जाता है? धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में नवग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु) का प्रतिकूल प्रभाव होता है—विशेषकर शनि, राहु और केतु से संबंधित दोष—तो हनुमान जी की पूजा को अत्यंत प्रभावशाली माना गया है. ऐसे समय में हनुमान जी की विशेष पूजा और उपाय करने की परंपरा है.

पुराणों में वर्णित एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, जब शनि देव ने हनुमान जी के प्रभाव को देखा, तो उन्होंने कहा— “जो भी व्यक्ति सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा करेगा, मैं उसे कोई कष्ट नहीं दूंगा.”

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इसी कारण शनिदोष से पीड़ित लोग हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करते हैं. हनुमान जी को ‘शनि के नियंत्रक’ के रूप में भी पूजा जाता है.

ज्योतिषाचार्य भी मानते हैं कि हनुमान जी की उपासना से नकारात्मक ग्रहों का प्रभाव कम हो सकता है. विशेषकर विद्यार्थियों, रोगियों और मानसिक तनाव से ग्रस्त लोगों के लिए हनुमान जी की भक्ति अत्यंत लाभकारी मानी जाती है. हनुमान जी के कई नाम उनके प्रभावशाली रूप को दर्शाते हैं—जैसे दुष्ट ग्रह निवारक’, शनि बंधन मोचक’, संकटमोचन’. ये केवल उपाधियाँ नहीं हैं, बल्कि भक्तों के अनुभव और आस्था की जीवंत अभिव्यक्ति हैं.

Hanuman Janmotsav Special 2025. इसलिए, हनुमान जी केवल संकटमोचक नहीं, बल्कि ग्रहों की उलझनों से मुक्ति दिलाने वाले दिव्य मार्गदर्शक भी हैं. यही कारण है कि आज उनकी पूजा श्रद्धा के साथ-साथ ज्योतिषीय उपायों का भी अभिन्न हिस्सा बन चुकी है.

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