Hanuman Janmotsav Special 2025: राजस्थान. झुंझुनू ज़िले में स्थित शहीद हनुमान मंदिर आस्था, रहस्य और देशभक्ति का अद्भुत संगम है. यह मंदिर अपनी अनोखी परंपरा के लिए प्रसिद्ध है, क्योंकि इसके कपाट वर्ष भर बंद रहते हैं और केवल हनुमान जमोत्सव के दिन ही श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं.
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क्यों पड़ा यह नाम?
इस मंदिर से जुड़ी मान्यता है कि हनुमान जी को यहां “शहीद” रूप में पूजा जाता है. ऐसा माना जाता है कि भारतीय जवान हनुमान जी को अपना रक्षक मानते हैं, और इस मंदिर में उन्हें देश के वीर शहीदों की आत्मा का प्रतीक मानकर पूजा जाता है. इसी कारण इस स्थान को “शहीद हनुमान मंदिर” कहा जाता है.
क्यों खुलता है मंदिर सिर्फ एक दिन?
मंदिर साल में केवल एक बार, हनुमान जमोत्सव के दिन ही खुलता है. इसके पीछे मान्यता है कि हनुमान जी रात्रि में जीवित होकर मंदिर परिसर में गश्त लगाते हैं. अतः सामान्य दिनों में मंदिर बंद रखा जाता है, ताकि कोई विघ्न न उत्पन्न हो. श्रद्धालुओं को केवल हनुमान जमोत्सव के शुभ अवसर पर ही दर्शन की अनुमति दी जाती है.
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मंदिर तक कैसे पहुंचे?
यह मंदिर झुंझुनू शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित है. यहां पहुंचने के लिए झुंझुनू रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से टैक्सी या ऑटो की सहायता ली जा सकती है. हनुमान जमोत्सव के दिन विशेष साधनों की व्यवस्था भी की जाती है.
वीरता और श्रद्धा का प्रतीक
इस विशेष दिन पर हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां आते हैं और देशभक्ति तथा आस्था से ओतप्रोत वातावरण में लीन हो जाते हैं. यह मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि वीरता और श्रद्धा का प्रतीक भी है.
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