प्रयागराज. संगम पर देश-दुनिया से आने वाले संतों-भक्तों को महाकुंभ-2025 से पहले बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर की सौगात मिलने की उम्मीद है. योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से संगम पर प्रस्तावित प्रयागराज की इस पहली कॉरिडोर परियोजना को सेना की एनओसी मिलने के संकेत मिले हैं.

बता दें कि हनुमान मंडिर कॉरिडोर को काशी विश्वनाथ धाम, विंध्याचल धाम, अयोध्या और उज्जैन के महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर बड़े बनाने की योजना है. प्रयागराज मेला प्राधिकरण और सेना के संयुक्त सर्वे के बाद रक्षा संपदा विभाग की ओर से रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय को भेज दी गई है.

यह भी पढ़ें: प्रयागराज में छात्र ने इस्लामी नारे लगाकर बस कंडक्टर की काटी गर्दन, जानें पूरा मामला

गौरतलब है कि प्रयागराज के तीर्थों का महाकुंभ से पहले कायाकल्प योगी सरकार के प्राथमिक बिंदुओं में शामिल है. धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हनुमान मंदिर को नया स्वरूप प्रदान किया जाएगा. इसके लिए मंदिर के पास स्थित 11589 स्क्वायर मीटर जमीन को चिह्नित किया गया है.