मनोज सिंह ठाकुर, होशंगाबाद। मध्यप्रदेश में शनिवार को लंबित प्रकरणों के निपटारे के लिए विभिन्न शहरों में नेशनल अदालतें लगाई गई। अदालत में सालों से लंबित विभिन्न प्रकरणों में समझौता कराया गया। आपस में समझौता होने के बाद सालों से लड़ रहे दोनों पक्षों ने राहत की सांस ली, वहीं न्यायालय में लंबित प्रकरणों की संख्या में भी कमी आई।
शहर में लगी नेशनल लोक अदालत में कोरोना संक्रमण काल में लगे लॉकडाउन के कारण लंबित प्रकरणों का भी निपटारा हुआ। यहां लगभग दो हजार मामले निपटारे के लिए रखे गए थे। ये सभी मामले बिजली, राजस्व, बीमा आदि विभाग सहित बैंक डिफाल्टर मामले शामिल थे। सभी को नोटिस द्वारा सूचित कर नेशनस लोक अदालत में बुलाया गया था। अदालत में सैकड़ों लोगो को लाभ मिला।
Read More : नेशनल लोक अदालत में मारपीट, बिजली कंपनी के एई को लात-घूसों से पीटा
कई लोग कर्जमुक्त हुए तो कई लोगों की बिजली मिलने से घर रोशन हुए। वहीं कुटुम्ब न्यायालय में वकीलों और न्यायाधीश की कोशिशों से पति पत्नी एक हुए। इससे उनके परिवार और घर में खुशियां लौटी। लोक अदालत में सैकड़ों मामलों का निराकरण हुआ। लोक अदालत में जिला न्यायाधीश आलोक अवस्थी, कुटुम्ब न्यायालय के वकील अनंत तिवारी, अनूप तोमर आदि ने पैरवी की।
Read More : त्वरित न्याय के लिए लगी नेशनल लोक अदालत, 8576 मामलों की सुनवाई जारी
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक