आज का दिन मध्य प्रदेश के लिए खौफनाक रहा। ये तारीख एमपी के उन हादसों में तब्दील हो गई है जिन्हें आज भी याद कर दिल दहल जाता है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से महज 150 किलोमीटर दूर हरदा के बैरागढ़ में एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हुआ है। इस विस्फोट में कई लोगों ने अपनों को हमेशा के लिए खो दिया। तो कुछ अब भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे है। इस हादसे में रिहायशी इलाके में फैक्ट्री से कई सवाल खड़े हो रहे है।

हरदा के बैरागढ़ में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में अचानक चिंगारी उठी फिर देखते ही देखते भीषण विस्फोट हुआ है। यह धमाका इतना जबरदस्त था कि इसकी आवाज 25 किलोमीटर दूर तक सुनी गई। इस विस्फोट में कई लोग बुरी तरह झुलस गए। हादसे के कई वीडियो भी सामने आए। जिसमें चीख, पुकार, भागना, बचाना कई तस्वीर सामने आई। विस्फोट के बाद सड़कों पर लाशें बिछ गई। गाड़ियां जल कर राख हो गई। लोगों के घर उजड़ गए। घटने के बाद सबसे बड़ा सवाल उठता है कि हादसे का जिम्मेदार कौन ? किसकी लापरवाही और किसने चूक की ?

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रिहायशी इलाके में क्यों बनाई फैक्ट्री

हरदा की जिस फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, वह फैक्ट्री रिहायशी इलाके में है। एक ऐसी फैक्ट्री जिसमें सैकड़ों टन बारूद भरा हुआ है, उस फैक्ट्री को रिहायशी इलाके के बीच संचालित करने की अनुमति आखिर कैसे दी गई ? क्या प्रशासन को इस बारे में जानकारी नहीं थी ? और अगर थी तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की ? यदि प्रशासन समय रहते कार्रवाई करता तो शायद आज यह हादसा नहीं होता।

पर्याप्त इंतजाम नहीं ?

जब की किसी तरह की फैक्ट्री या फिर कोई नया प्रोजेक्ट शुरू किया जाता है तो हानि और बचाव के बारे में सोचा जाता है। तो क्या जब ये फैक्ट्री बनी इस बारे में किसी का ध्यान नहीं गया ? एक अहम सवाल ये भी उठता है कि किसी भी तरह की स्थिति में इतनी भीषण आग लगने पर प्रशासन ने बचाव का पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं किया। आग लगने के कारण घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई, इस भगदड़ की वजह से स्थिति और खराब हो सकती थी।

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फैक्ट्री अवैध प्रशासन को भनक तक नहीं

हरदा की जिस फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, उसके बारे में कहा जा रहा है कि वह फैक्ट्री पूरी तरह से अवैध थी। जिले में सालों से एक अवैध फैक्ट्री चल रही थी लेकिन प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं थी। वहीं जब डीएम से पूछा गया कि फैक्ट्री वैध या अवैध है ? तो उन्होंने कहा कि चेक करके बताएंगे कि फैक्ट्री के पास लाइसेंस था या नहीं।

Harda विस्फोट ने याद दिलाया 9 साल पहले का हादसा

हरदा में हुए इस भीषण हादसे ने 9 वर्ष पूर्व झाबुआ जिले के पेटलावद में हुए पटाखा विस्‍फाेट की यादों को आज ताजा कर दिया है। इस हादसे में 79 लोगों की जान गई थी और 150 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। यह मामला 12 सितंबर 2015 का है। जब सुबह-सुबह एक पटाखा फैक्‍ट्री में विस्‍फोट हुआ था। यह विस्फोट मकान में अवैध रूप से रखी जिलेटिन राडे और डेटोनेटर के चलते हुआ था। इस हादसे में चारों ओर लाशों का ढेर लग गया था। इस मामले में मुख आरोपित पेटलावद निवासी राजेंद्र कांसवा को बनाया गया था, जिसकी भी इस विस्‍फोट में मौत हो गई थी।

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