देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धामी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। रावत ने आरोप लगाया है कि जब से उत्तराखंड में भाजपा सरकार आई है। तब से भाजपा ने इन त्योहारों को सरकारी तौर पर मनाना बंद कर दिया है। रावत ने कहा कि सनातन की परंपरा को मजबूत करने में त्योहारों का बड़ा योगदान है। हमारी सरकार ने उत्तराखंड के व्यंजनों के त्योहार घी संक्रांत और फूलदेई तथा उत्तरायणी को सरकारी तौर पर मनाकर अपने सनातनी चरित्र का उदाहरण पेश किया।

त्योहार सनातन की परंपरा के द्योतक

हरीश रावत ने कहा कि जब तक कांग्रेस की सरकार रही, यह त्योहार सरकारी तौर पर मनाए जाते रहे। हमारी सरकार ने धाद सहित कई सामाजिक संगठनों को इस पवित्र अभियान में अपना पार्टनर बनाया। कांग्रेस गई, इन त्योहारों को मनाना भी बंद हो गया है। अब आप बताएं कि ये त्योहार सनातन की परंपरा के द्योतक हैं या नहीं है? यदि है तो भाजपा ने इन त्योहारों को सरकारी तौर पर मनाना बंद कर हिंदू धर्म पर चोट की है और उत्तराखंड के त्योहारों का अपमान किया है।