गुजरात में गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल के सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफ़ा दे दिया था. राज्य सरकार के प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने इसकी पुष्टि की थी. गुजरात विधानसभा चुनाव अभी दो साल दूर हैं, लेकिन राज्य के सभी मंत्रियों के इस्तीफ़ा देने से हलचल मच गई. नए मंत्रियों ने शुक्रवार को महात्मा मंदिर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शपथ ले ली है. इस बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को छोड़कर सभी मंत्रियों ने इस्तीफे दिये. एंटी इनकंबेंसी (सत्ता के कुकृत्य छुपाने का एक नायाब तरीका), धन्य है भाजपा.

बता दें कि गुजरात में आज मंत्रिमंडल का बड़ा विस्तार हो गया है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह का कार्यक्रम का आयोजन गांधीनगर के महात्मा मंदिर में हुआ. इस मंत्रिमंडल विस्तार पर सभी की नजरे टिकी हुईं थीं. इस बड़े फेरबदल में खासतौर से जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा गया. विभिन्न इलाकों से कैबिनेट और राज्य मंत्रियों का चयन श्रेणीबद्ध तरीके से किया गया. इस विस्तार में हर्ष संघवी को डिप्टी सीएम बनाया गया है. पिछले कैबिनेट में उन्हें गृहमंत्री का पद सौंप गया था. बता दें कि, गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के 16 मंत्रियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया था.

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कुछ पूर्व कांग्रेस नेताओं को बीजेपी में शामिल होने के बाद मंत्री बनने का मौका मिला है. यह मंत्रिमंडल विस्तार 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी का हिस्स‍ा है, जिसमें नई ऊर्जा लाने और पार्टी संगठन को मजबूत करने का लक्ष्य है. यह बड़ा राजनीतिक फेरबदल गुजरात में बीजेपी की पकड़ मजबूत करने के लिए किया गया. इसके साथ ही, युवाओं को ज्यादा जिम्मेदारी देकर पार्टी को और मजबूती दी गई. इस तरह की टीम में बदलाव से सरकार के कामकाज में नयापन आएगा और पार्टी भविष्य के लिए बेहतर रणनीति बना पाएगी.