देहरादून। उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद से ही प्रदेश की सियासत गरमा गई है। इसी बीच पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि यह अहंकार का नतीजा है, जब जुबान पर लगाम नहीं है तो फिर आप किस तरह के नेता हैं।

भारतीय जनता पार्टी के अहंकार की पराजय

पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि यह अहंकार का नतीजा है, जब जुबान पर लगाम नहीं है तो फिर आप किस तरह के नेता हैं। जो अहंकार भाजपा में है, उसका असर प्रेम चंद अग्रवाल पर भी था, वह अकेले नहीं हैं। ये प्रेमचंद अग्रवाल का त्यागपत्र नहीं है, बल्कि यह भारतीय जनता पार्टी के अहंकार की पराजय है।

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जनमत के आगे अहंकार को झुकना पड़ा।

उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड उनकी बातें नहीं भूलेगा। मुझे बहुत दुख हुआ है। अगर उन्होंने वाकई इस्तीफा दे दिया है तो शायद वह बड़ी बदनामी से बच गए हों, लेकिन जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी जनमत के आगे सत्ता के अहंकार को झुकना पड़ा। पहाड़ी समुदाय के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले नेताओं को जनता कभी नहीं भूल सकती हैं।

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पहाड़ी लोगों के खिलाफ की थी टिप्पणी

बता दें कि बीते दिनों बजट सत्र के दौरान प्रेमचंद अग्रवाल ने पहाड़ी लोगों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी। जिसके चलते उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के साथ-साथ समाजिक संगठनों ने भी उनके बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया था। जगह-जगह प्रेमचंद का पुतला फूंका गया। सीएम धामी ने ऐसे बयान देने वालों को नेताओं को चेतावनी दी थी । भाजपा अध्यक्ष ने भी प्रेमचंद की कड़ी आलोचना की थी। जिसके बाद से ही उनके मंत्री पद से इस्तीफा देने की बातें चल रही थी।