लक्षिका साहू, रायपुर. छत्तीसगढ़ के सबसे ऐतिहासिक प्राचीन शनि देव मंदिर में 4 अगस्त को हरियाली अमावस्या के दिन भगवान शनि देव का जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. यह मंदिर सदर बाजार के चूड़ी लाईन पर स्थित है जहां हर साल परंपरागत रूप से इस महोत्सव को मनाया जाता है.
मंदिर के पुजारी रोहित शर्मा ने बताया कि प्राचीन काल से ही परंपरागत रूप से इस वर्ष भी हरियाली अमावस्या के दिन श्री शनिदेव जी का महाजन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास ऐव धुम धाम के साथ मनाया जा रहा है. इसकी तैयारियां जोरों पर है. मंदिर में सुबह से ही आयोजन शुरू हो जाएगा. सुबह आरती के बाद हवन एवं भंडारा किया जाएगा और शाम 7 .30 बजे महाआरती ढोल बाजे के साथ की जाएगी. इसके साथ ही भजन और झांकी की प्रस्तुति दी जाएगी. पुजारी ने यह जानकारी भी दी कि सदियों से भगवान शनिदेव इस प्राचीन मंदिर में विराजमान हैं और वे अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं. लोग दूर-दूर से शनिदेव के दर्शन करने यहां आते हैं.
मंदिर के पुजारी ने कहा कि कोई भक्त अगर भगवान शनिदेव के जन्मोत्सव के उपलक्ष में मंदिर के पंडाल भंडारा सजावट एवं भजन कीर्तन हेतु सहयोग कर इस धार्मिक काम में सहयोग करना चाहते हैं, तो वे मंदिर प्रांगण में जाकर कर रसीद प्राप्त कर पुण्य के में भागीदार बन सकते हैं.
पंडित रोहित शर्मा ने बताया कि महाजन्मोत्सव के अवसर पर भक्त मनोकामना पूर्ती के लिए ज्योत प्रज्वलित करा सकते हैं और अपने और अपने परिवार के नाम से शनिदेव का अतिप्रिय तेल अभिषेक करा कर पुण्य अर्जित कर सकते हैं.
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