चंडीगढ़. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदेश में एक किमी से अधिक दूरी पर स्थित स्कूलों में विद्यार्थियों को आने-जाने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

छोटे वाहनों से छात्रों को आवागमन की सुविधा दी जाए। इस कार्य की समुचित मॉनिटरिंग के लिए स्कूल के एक शिक्षक को नोडल अधिकारी बनाया जाए। अगर ऐसा संभव नहीं है तो छात्रों को किराया देने के संबंध में भी एक प्लान तैयार किया करें। वर्तमान में छात्राओं को परिवहन सुविधा मुहैया करवाई जा रही है।

Haryana Chief Minister Manohar Lal

मुख्यमंत्री ने यह निर्देश प्रशासनिक सचिवों, जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यस्तरीय दिशा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते वक्त दिया।

बैठक की सह-अध्यक्षता विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने की। बैठक में सांसद रमेश चंद्र कौशिक, राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीपी वत्स, विधायक डॉ. अभय यादव, निर्मल रानी और मामन खान भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की गई।


स्कूल ड्रॉप आउट कम करने के लिए की जा रही बच्चों की ट्रैकिंग


मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल ड्रॉप आउट पर अंकुश लगाने के लिए सरकार अथक प्रयास कर रही है। स्कूल शिक्षा विभाग प्रत्येक बच्चे की ट्रैकिंग कर रहा है। कहीं भी शिक्षा प्राप्त नहीं करने वाले बच्चों को ट्रैक कर उन्हें स्कूलों में लाया जाएगा।

Haryana Chief Minister Manohar Lal