रायपुर। हसदेव अरण्य के मसले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम हर किसी से बातचीत को तैयार हैं. उनकी ओर से बातचीत का कोई ऑफर नहीं आया है. आएगा तो बातचीत करेंगे. वनमंत्री मोहम्मद अकबर भी बातचीत करने पर हामी भर चुके हैं.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सबसे समृद्ध जंगल हसदेव अरण्य को बचाने के लिए क्षेत्र के आदिवासी पदयात्रा करते हुए बुधवार को राजधानी रायपुर पहुंच रहे हैं. पदयात्रा की अगुवाई कर रही छत्तीसगढ़ हसदेव बचाओ संघर्ष समिति का कहना है कि सरकार हसदेव के जंगल को बचाने के लिए कुछ नहीं कर रही है.
वहीं पर्यावरण एवं जलवायु मंत्री मो. अकबर ने कहा कि कुछ लोगों को गलतफहमी है. उन्हें आशंका है कि लेमरू हाथी कॉरिडोर में कोल ब्लॉक को शामिल किया जा रहा है. जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. हाथी रिजर्व का दायरा सरकार ने जो पहले तय किया था, वही रहेगा.