नई दिल्ली। भारत के जीडीपी के आंकड़े सार्वजनिक होने के बाद चीनी सरकारी मीडिया ग्‍लोबल टाइम्‍स ने भारत पर कटाक्ष किया है. दरअसल चौथी तिमाही में भारत के जीडीपी विकास दर में आई गिरावट पर तंज कसा गया है.

चीनी मुखपत्र के रिपोर्टर शियाओ शिन ने लिखा है कि ऐसा लगता है कि ड्रैगन बनाम हाथी की रेस में भारत को झटका लगा है क्‍योंकि इसकी अर्थव्‍यवस्‍था में अप्रत्‍याशित रूप से गिरावट दर्ज की है. इससे स्‍पष्‍ट है कि पहली तिमाही में चीन फिर से सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था बनकर उभरा है.

शियाओ शिन ने अर्थव्‍यस्‍था में गिरावट के लिए नोटबंदी जैसे कदमों को जिम्‍मेदार ठहराया है. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि इनको देखकर यह कहा जा सकता है कि भारत सरकार को नवंबर में लिए गए नोटबंदी जैसे कड़े फैसले से पहले गंभीरता से विचार करना चाहिए था.

नोटबंदी के तत्काल बाद की तिमाही जनवरी-मार्च में वृद्धि दर घटकर 6.1 प्रतिशत रही है. नोटबंदी 9 नवंबर, 2016 को की गई थी. कुल मिलाकर देश की सकल घरेलू उत्पाद, जीडीपी की वृद्धि दर 2016-17 में घटकर 7.1 प्रतिशत पर आ गई है. कृषि क्षेत्र के काफी अच्छे प्रदर्शन के बावजूद वृद्धि दर नीचे आई है. पिछली तिमाही में जो गिरावट दर्ज की गई है, वह पिछले दो वर्षों में सबसे कम है.