Hathras Stampede. यूपी के हाथरस जिले के फुलरई गांव में मंगलवार को भोले बाबा नारायण सरकार विश्वास हरि के सत्संग के बाद मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, डेढ़ सौ लोग घायल बताए जा रहे हैं. मृतकों की सुख्या और बढ़ सकती है. घटना के एक दिन बाद भी इस बाबा के खिलाफ न तो कोई एफआईआर दर्ज हुई और न ही इसे पकड़ा गया है. हादसे के बाद से बाबा फरार है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दावा किया जा रहा है कि बाबा भाजपा का झंडा वाली कार से फरार हो गया है.

बताया जा रहा है कि नारायण सरकार विश्वास हरि ऊर्फ भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल सिंह है. यह बाबा हाथरस के फुलरई गांव में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ के बाद से फरार है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह बाबा अपने मैनपुरी आश्रम से आज सुबह भाजपा का झंडा वाली कार से निकल गया है. वहीं पुलिस आश्रम में बाबा को खोज रही है. लेकिन अभी तक बाबा का कुछ पता नहीं चल पाया है. बताया जा रहा है कि बाबा मैनपुरी से कहीं बाहर फरार हो गया है. इसलिए पुलिस उसको ढूंढ नहीं पा रही है.

21 बीघे जमीन पर बना है आश्रम

यह बाबा भगदड़ में लोगों को मरता छोड़कर वहां से फरार हो गया. इसके बाद 15 गाड़ियों के काफिले के साथ मैनपुरी के बिछुआ में अपने आश्रम पहुंचा. चुंकी, बाबा को अंदाजा लग गया था कि बहुत लोगों की मौत हुई है इसलिए उसने 21 बीघे में बने आश्रम के तीनों गेट बंद करवा दिए और बाहर पुलिस फोर्स की तैनाती करवा दी. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका भी संदेहास्पद है.

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खोजने के बाद भी आश्रम में नहीं मिला बाबा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रात में DSP आश्रम के अंदर गए थे. वह करीब एक घंटे बाद बाहर निकले. इस दौरान मीडिया ने उन्हें घेर लिया तो उन्होंने कहा कि बाबा अंदर नहीं हैं. दरअसल, मीडिया को भनक लग गई कि थी की बाबा अपने आश्रम में है. ऐसे में आश्रम के बाहर मीडिया का जमावड़ा लग गया. रात 11 बजे DSP सुनील कुमार सिंह चौहान अकेले आश्रम के अंदर गए और एक घंटे बाद बाहर आकर कहा कि बहुत खोजने के बाद भी बाबा अंदर नहीं मिला. 

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जानिए किसके नाम पर है गाड़ी रजिस्टर

अब सवाल यह है कि अंदर बाबा को खोजने वह अकेले क्यों गए? जबकि बाबा के भक्त भी दावा कर रहे हैं कि ढाई बजे आश्रम में बाबा आए और उसके बाद वह कहीं भी नहीं गए थे. इतना ही नहीं सुबह साढ़े 6 बजे सुनील कुमार दोबारा आश्रम पहुंचे. इसके बाद 6 बजकर 45 मिनट पर आश्रम से 6 गाड़ियां बाहर निकाली गईं. जिसमें एक सफेद रंग की गाड़ी पर भाजपा का झंडा लगा था. उसका नंबर DL 10 CH-8756 था. गाड़ी के शीशे पर ब्लैक फिल्म थी. यह गाड़ी दिल्ली में हसीन अहमद के नाम पर रजिस्टर है.

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आईबी में काम करने का दावा

नारायण सरकार विश्वास हरि ऊर्फ भोले बाबा कासगंज जिले के बहादुर नगर गांव का रहने वाला है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बाबा बनने से पहले ये भोले बाबा यूपी पुलिस में सिपाही था. उसे पुलिस की नौकरी से बर्खास्त किया गया था. उस पर यौन शोषण के भी आरोप लगे थे. हालांकि भोले बाबा अपने भक्तों से कहता था कि उसने पुलिस सेवा से वीआरएस  लिया था. इतना ही नहीं वह इंटेलिजेंस ब्यूरो में भी काम करने का दावा करता था.

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