Hathras Stampede. उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फुलरई गांव में 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से सवा सौ लोगों की मौत हो गई. वहीं लगभग डेढ़ सौ लोग घायल हो गए. किसान नेता राकेश टिकैत मृतकों और घायलों के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन सरकार करवा रही है. मृतकों के परिवार को 50 लाख का मुआवजा देना चाहिए.

किसान नेता राकेश टिकैत ने हाथरस पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. गांव सोखना में उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को 50 लाख मुआवजा मिलना चाहिए, जिस तरह से लखीमपुर में पीड़ितों को दिया गया था. उन्होंने कहा इस घटनाक्रम में कोई षड्यंत्र नहीं है यह महज एक हादसा है. राकेश टिकट ने कहा कि यह देश कृषि और ऋषि आधारित देश है कृषि के साथ छेड़खानी होगी तो यहां धरना प्रदर्शन आंदोलन होंगे. यहां ऋषि परंपरा के साथ छेड़खानी होगी तो इस तरह की झगड़ा होंगे.

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राकेश टिकैत ने कहा कि अगर भीड़ इकट्ठी हो तो घटनाएं भी होंगी. घटना के लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है. धार्मिक कार्यक्रम हों तो सरकार व्यवस्था कराए. अगर कोई हादसा होता है तो सरकार मुआवजा दे. आयोजकों पर कार्रवाई क्यों हो.

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