सुप्रिया पांडे,रायपुर। कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए राजधानी रायपुर के जैतुसाव मठ में हवन का आयोजन किया गया है. इसके अलावा रोजाना रामचरित मानस का पाठ और सुबह 8:30 से 10:30 तक हवन होता है. इसके बाद भी कोरोना का विनाश नहीं हुआ, तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाएगा.

पंडितों का मानना है कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हवन के माध्यम से वायरस को भगाया जा सकता है. इससे वायुमंडल में मौजूद दूषित कण हवा के माध्यम से शुद्ध होते है. यही कारण का है कि कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए रामचरित मानस और हवन का सहारा लिया जा रहा है.

मंदिर के पुजारी अजय तिवारी ने बताते हैं कि ट्रस्ट कमेटी ने यह निर्णय लिया है कि पूरा विश्व कोरोना वायरस से जूझ रहा है. छत्तीसगढ़ भी इस संकट में है, जिसके निवारण के लिए रामचरित मानस का पाठ करते हुए हवन करने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया जाएगा. यह 6 जुलाई से प्रारंभ हुआ है और 13 अगस्त तक चलेगा.

उनका कहना है कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हवन के करने से वायरस भागता है और नष्ट भी होगा. यह हवन प्रातः कालीन 8:30 से 10:30 बजे तक रामचरित मानस का पाठ करते है. साथ ही हवन भी करते है. हवन करने का सिलसिला 13 अगस्त तक जारी रहेगा. इसके बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया जाएगा.