बलौदाबाजार– सतनाम पंथ के प्रवर्तक, महान संत एवं समाज सुधारक बाबा गुरु घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में इस साल 11 मार्च से 13 मार्च तक मेला लगेगा. तीन दिवसीय इस मेले में लाखों की संख्या में देश-विदेश से सतनाम पंथ के अनुयायी और श्रद्धालु जुटते हैं.  मेला स्थल पर पान, बीड़ी सिगरेट की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा. इसके साथ ही 20 किलोमीटर की परिधि में अवैध शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए. इसके लिए पुलिस और आबकारी विभाग की एक विशेष निगरानी समिति काम करेगी.

मेले के सफल आयोजन के लिए गुरू गद्दीनशीन विजय गुरू की अध्यक्षता में मेला विकास समिति की बैठक आज यहां जिला कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई. बैठक में राज्य सरकार के पीएचई मंत्री गुरू रूद्र कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे. मेले के दौरान जुटने वाली अत्यधिक भीड़ को देखते हुए शांति व्यवस्था सहित तमाम प्रकार की जन सुविधाओं के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई. जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने भरोसा दिलाया कि गिरौदपुरी धाम की महिमा के अनुकूल और समिति के निर्णय के अनुरूप सभी प्रशासनिक व्यवस्थाएं समय पूर्व सुनिश्चित की जाएगीं. राज राजेश्वरी कौशल माता सहित मेला विकास समिति के सदस्य राजमहंत और जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे.

मेला के दौरान संपूर्ण व्यवस्था के समन्वय के लिए कसडोल के एसडीएम प्रकाश राजपूत को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है. मेले में सभी तरह की जरूरी व्यवस्थाओं के लिए राज्य सरकार को 50 लाख रूपए आवंटन की मांग की गई है. मेला स्थल पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी. यहां निर्मित सभी पानी टंकियों की साफ-सफाई के बाद पानी से भरा जाएगा. मंदिर परिसर, महराजी, छातापहाड़ और पंचकुण्डीय में अलग से पानी की व्यवस्था रहेगी. संपूर्ण मेला क्षेत्र में 28 नग तीन हजार लीटर की पानी टंकियां, 195 स्टेण्ड पोस्ट, 65 हैण्डपम्प 16 टेंकर की व्यवस्था होगी. मंदिर परिसर से पर्याप्त दूरी पर बॉयो टॉयलेट का इंतजाम भी होगा. निस्तार के लिए तालाबों को भरने के साथ ही अन्य समुचित व्यवस्था की जाएगी. गिरौदपुरी धाम में बिजली व्यवस्था के लिए लोड की एक बार फिर चेकिंग कर ली जाए. लिफ्ट की चंेकिंग कर लिया जाए. संपूर्ण मेला स्थल पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था के लिए बिजली विभाग को निर्देशित किया गया. बिजली संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए अलग से नियंत्रण कक्ष इस बार बनाया जाएगा.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्रद्धालुओं के सेहत की देख-भाल के लिए पुख्ता इंतजाम किया जाएगा. मेला स्थल पर एम्बुलैंस और 108 एम्बुलैंस की व्यवस्था होगी. तीन प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र सहित मोबाईल यूनिट भी रहेगी. एन्टी रैबिज, एन्टी वीनम सहित जीवन रक्षक तमाम दवाईयां के साथ महिला और पुरूष डॉक्टर और अधीनस्थ कर्मचारी चौबीसों घण्टे तैनात रहेंगे. छातापहाड़ और पंचकुण्डी में अलग से मेडिकल टीम रहेगी. महत्वपूर्ण व्यक्तियों के आगमन की संभावना को देखते हुए तीन हैलिपेड तैयार किये जाएंगे. शांति व्यवस्था और यातायात को सुगम बनाने के लिए लगभग 1400 सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएंगे. साफ-सफाई के लिए सभी नगरीय निकायों से कर्मचारी पहुंचेगे. वे 8 मार्च से 14 मार्च तक गिरौदपुरी में सेवाएं प्रदान करेंगे. श्रद्धालुओं को रियायती दर पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में दाल-भात केन्द्र खोले जाएंगे. मेला में लगने वाली दुकानों का आवंटन इस बार समिति करेगी. आगजनी से बचने के लिए पर्याप्त दमकलों की सेवाएं ली जाएंगी.