
ये भाई दुनिया के सबसे उम्रदराज जीवित तिड़वा भाई के रूप में गिनीज बुक में शामिल हैं. अमेरिका के कंसास में जन्में तिड़वा भाइयों ने यह खिताब अपने नाम किया है. इनका जन्म 1 दिसंबर, 1930 को हुआ था और कल ये तीनों भाई अपना 93वां जन्मदिन मनाएं.
जानकारी के मुताबिक, दुनिया के सबसे उम्रदराज तिड़वा भाइयों का नाम लैरी एल्डर ब्राउन, लोन बर्नार्ड ब्राउन और जीन कैरोल ब्राउन है. ये तीनों अपना जन्मदिन एक साथ मिलकर मनाने की कोशिश करते हैं. हालांकि, इस बार ओक्लाहोमा में रहने वाले जीन की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए वे अपने 93वें जन्मदिन पर यात्रा करके अपने भाइयों से नहीं मिल पाए हैं. हालांकि, पिछले साल अपने जन्मदिन पर तीनों भाई एक साथ थे और उन्होंने मिलकर जश्न मनाया था.

रहते हैं दोस्त की तरह
लैरी बताते हैं कि उनका रिश्ता बहुत ही प्यारा रहा है और जब भी संभव होता है वे तीनों अपने-अपने परिवार के साथ एक-दूसरे से मिलते हैं. उन्होंने आगे कहा, “हमारे 4 बड़े भाई-बहन भी थे, लेकिन उन सभी की मृत्यु हो चुकी है. हमारे वक्त डॉक्टर ने सोचा था कि मेरी मां के जुड़वां बच्चे होंगे, लेकिन हम तिड़वा हुए. हम तीनों भाई एकदम दोस्त की तरह रहते हैं और हमारे बीच बहुत प्यार है.
ऐसा रहा नौकरी का सफर
लैरी के मुताबिक, वे तीनों भाई बचपन में एक-दूसरे के साथ खूब खेलते थे. साथ ही वे छोटे-मोटे काम करके पैसे भी कमाते थे. इसके बाद जब 1950 और 1951 के बीच कोरियाई युद्ध शुरू हुआ, तो उन्होंने एक साथ वायु सेना में भर्ती होने का भी फैसला किया. इसमें लोन और जीन को सफलता मिली, लेकिन लैरी अस्थमा के कारण भर्ती नहीं हो पाए. इसके बाद लैरी ने बोइंग कंपनी और फिर जनरल मोटर्स के साथ काम किया.
तिड़वा भाइयों के परिवारों के बीच भी है प्यार और स्नेह
मौजूदा वक्त में तीनों भाइयों के अपने-अपने परिवार हैं, जो एक-दूसरे के करीब हैं. लैरी के 3 बच्चे, 8 पोते-पोतियां और 12 परपोते-परपोतियां हैं. लोन के 4 बच्चे, 6 पोते-पोतियां और 3 परपोते-परपोतियां हैं, जबकि जीन के 2 बच्चे, 6 पोते-पोतियां और 10 परपोते-परपोतियां हैं.
- छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक