पुलिसवालों से अपनी ‘खास फरमाइशों’ के चलते साउथ और साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट का साकेत कोर्ट एक बार फिर सुर्खियों में है। आरोपों के घेरे में साकेत कोर्ट का एक कोर्ट स्टाफ है और उसके खिलाफ आरोप लगाने वाला पुलिसकर्मी सरिता विहार पुलिस थाने से। हेड कॉन्स्टेबल के मुताबिक, अहलमद ने उसे जसोला की एक नामी शॉप से हांडी मटन मंगवाने के लिए धमकाया।

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कोर्ट में देख लेने की दी धमकी

अब वायरल हो रही हेड कॉन्स्टेबल राजीव कुमार की शिकायत 23 जून की है। जनरल डायरी में दर्ज इस शिकायत में पुलिसकर्मी ने साकेत कोर्ट स्टाफ पर आरोप लगाया कि उसने इनसे जसोला स्थित ‘चंपारण रेस्टोरेंट टीडीआई सेंटर’ से हांडी मटन भिजवाने के लिए कहा और डिस्काउंट दिलवाने की बात बताने पर कोर्ट में देख लेने की उन्हें धमकी दी।

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पुलिसकर्मी ने लगाया कोर्ट स्टाफ पर आरोप

राजीव कुमार की शिकायत में लिखे शब्दों के मुताबिक, ‘मेरे पास 22 जून की रात साढ़े नौ बजे एक नंबर से दो-तीन बार कॉल आया जो अपने आप को कोर्ट नंबर 205 का अदालत का कर्मचारी राहुल पांडे बता रहा था।’ शिकायत के शब्दों में, ‘अहलमद ने बोला कि चंपारण रेस्टोरेंट टीडीआई सेंटर जसोला से एक हांडी मटन भिजवाओ।’ हेड कॉन्स्टेबल कुमार के मुताबिक, उन्होंने पांडे से कहा, ‘जो भी डिस्काउंट होगा मैं करवा दूंगा।’ पुलिसकर्मी ने कोर्ट स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसके बाद वो मुझे धमकी देने लगा कि अहलमद भी पैसे देगा क्या? मैं तुम्हें कोर्ट में देख लूंगा। पुलिसवाले ने अपनी शिकायत में दावा किया कि उन्होंने इस बारे में अपने एसएचओ को बताया।

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न्यायिक अधिकारी पर हुई कार्रवाई

इससे एक दिन पहले हजरत निजामुद्दीन थाने के एसएचओ पंकज कुमार की साकेत कोर्ट के एक ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के खिलाफ ऐसी ही एक शिकायत सुर्खियों में बनी रही। थाने की डेली डायरी (डीडी) में दर्ज कुमार की शिकायत के मुताबिक, न्यायिक अधिकारी ने अपनी निजी अवैध मांगों के पूरा न होने की वजह से उनकी कोर्ट में कई बार बेइज्जती की, उनसे अपनी अवैध मांगों को पूरा करवाने के लिए सीनियर अधिकारियों को नोटिस और उनके खिलाफ विपरीत आदेश भेजे। पुलिस इंस्पेक्टर की शिकायत के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने उस न्यायिक अधिकारी को साकेत कोर्ट से हटाकर तीस हजारी कोर्ट में प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन्स जज (हेडक्वार्टर) में भेज दिया, वह भी बिना किसी पोस्ट के।

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