चंकी बाजपेयी, इंदौर। मध्य प्रदेश में बीते कुछ समय से साइबर अपराध के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसी बीच इंदौर में एसटीएफ पुलिस विभाग में प्रधान आरक्षक के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। लेकिन थोड़ी समझदारी और जानकारी के उससे वे बदमाशों के जाल में नहीं फंस सके। मामले को लेकर उन्होंने मीडिया से चर्चा कर बताया कि, उन्हें एक संदिग्ध कॉल आया था, जिसमें उन्हें हाउस अरेस्टिंग और धमकाने से जुड़ी बातों के जरिए फंसाने की कोशिश की गई।

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उन्होंने बताया कि, उन्हें एक कॉल आया। जिसमें उन्हें कहा गया कि, उनका बेटा और उसके दोस्त को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कॉल करने वाले ने कहा कि अगर वे कार्रवाई से बचना चाहते हैं, तो कॉल पर बने रहें और दिए गए निर्देशों का पालन करें। वहीं सुरेश मिश्रा सोशल मीडिया पर साइबर अपराध से जुड़ी खबरों और सावधानियों को लेकर हमेशा सतर्क रहते हैं, इसी के उससे उन्होंने तुरंत इस कॉल को काट दिया। और सतर्कता और जागरूकता के कारण वे इन साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बच गए।

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उनका कहना था कि अगर आम व्यक्ति साइबर आपराधिक मामलों में जागरूक नहीं होगा, तो वह इसी तरह से अपराधियों के चंगुल में फंसकर धोखाधड़ी का शिकार होते जाएगा। साइबर अपराध से बचने का एकमात्र कारण केवल जागरूकता है।

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