लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अंदाज अलग है, यहां जनाब कबाब और लछेदरी बातों से कोई भी अपना दिल यहां दे बैठता है, लेकिन स्वास्थ्य महकमे की अल्हड़ता यहां के निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 100 हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं। हालांकि, अधिकारियों की लापरवाही के कारण ये हेल्थ एटीएम लोगों के लिए संजीवनी कम और प्रशासन के लिए सफेद हाथी बन गए हैं।

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हाल ही में उतरेठिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे हेल्थ एटीएम की स्थिति गंभीर है। स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए लोगों को जोखिम उठाना पड़ रहा है, क्योंकि यहां की सफाई और अवस्थापना सुविधाएं बेहद खराब हैं। प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारियों को कई बार इस समस्या के समाधान के लिए गुहार लगाई गई है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने इस बारे में कहा कि सभी हेल्थ एटीएम पर होने वाली समस्याओं को जल्द से जल्द हल किया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि अन्य व्यवस्थाओं में आने वाली दिक्कतों को भी निस्तारित किया जाएगा। इस स्थिति को देखते हुए, जनता और स्वास्थ्य सेवा के बीच का फासला कम करने की आवश्यकता है।