सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। राजधानी में इन दिनों डेंगू का प्रकोप है, तो वही इसका फ़ायदा उठाने में निजी अस्पताल कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा हैं. ये हम नहीं कह रहे, बल्कि स्वास्थ्य विभाग की ओर जारी नोटिस कह रहा है. विभाग ने इन अस्पतालों को ग़लत उपचार को लेकर नोटिस जारी करने के साथय़ जुर्माना भी लगाया है.

बता दें कि अलग-अलग निजी अस्पतालों में अब तक डेंगू के इलाज के दौरान पांच लोगों ने दम तोड़ दिया है. मरीजों की मौत के बाद अस्पताल ने डेंगू से मौत की पुष्टि करते हुए सर्टिफिकेट भी दिया है. इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग इन मौतों को डेंगू से नहीं मान रहा है. जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीरा बघेल ने कहा कि मौत की जो बात सामने आयी है, उसे डेंगू की वजह से नहीं मानते हैं, क्योंकि इन मरीज़ों का एलायजा टेस्ट नहीं किया गया है. इस टेस्ट से ही डेंगू की पुष्टि होती है.

निजी अस्पतालों की इस बड़ी लापरवाही पर डॉ. मीरा बघेल ने बताया कि इसके लिए संबंधित निजी अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है. दो अस्पतालों पर 5-5 हजार जुर्माना भी लगाया गया है. उन्होंने कहा कि नियम के अनुरूप कार्रवाई की जाती है. नियम से हटकर कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है. अब सवाल यह उठता है कि क्या निजी अस्पतालों ने मरीजों को गलत इलाज किया है, जिससे उनकी मौत हुई है.

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बता दें कि डेंगू की वजह से राजधानी में पांच लोगों की मौत हुई है, उनमें भावना पनिका – राम कुंड, डिंपल अग्रवाल – समता कॉलोनी, तिथि पांडे व नेहा सोनी – रामदास वार्ड और दीपक दीवान – अभनपुर शामिल हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से पूरा मामला संदिग्ध हो गया है.