सत्या राजपूत, रायपुर. सरकारी अस्पतालों में गड़बड़ करने वालों की अब खैर नहीं है. अब अस्पतालों में कभी भी औचक निरीक्षण के लिए जांच टीम पहुंच सकती है.

निरीक्षण के दौरान सरकार की ओर से मरीज और उनके परिजनों के लिए दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर जांच की जाएगी. साथ ही दवा, साफ-सफाई, बेड में चादर, सीट व्यवस्था, खाना-पानी, मैनपावर का भी जायजा लिया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जांच टीम भी गठित कर दी है. निर्धारित सेवा में कमी या गड़बड़ी पाए जाने पर ज़िम्मेदार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

किसी अस्पताल में होगा निरीक्षण

जिला चिकित्सा अधिकारी (CMHO) डॉ. मीरा बघेल ने बताया कि अब सरकारी अस्पतालों की जांच के लिए टीम गठित की गई है. जो कभी भी किसी भी अस्पताल में जाकर औचक निरीक्षण करेंगे और निरीक्षण में खामियां या शिकायत पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी.

लगातार मिलती हैं शिकायतें

सीएमएचओ ने बताया कि राजधानी रायपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और जिला अस्पताल को मिलाकर 68 हॉस्पिटल हैं. सभी जगह निर्धारित व्यवस्थाओं के लिए राशि दी जाती है. इसके बावजूद कई तरह की शिकायतें आती है. इसलिए जो टीम गठित की गई है, वह जाकर वहां निर्धारित मापदण्ड अनुसार अस्पताल का निरीक्षण करेगी.

इन बिंदुओं पर होगा निरीक्षण

सीएमएचओ ने बताया कि हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं के साथ हॉस्पिटल में दवा की व्यवस्था क्या है, कितने प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं, मरीज़ों को कौन-कौन सी दवा दी जा रही है, बेड की व्यवस्था क्या है ? निर्धारित नियमानुसार चादर बदले जा रहे हैं कि नहीं, चादर की उपलब्धता कितनी हैं? साफ-सफाई के साथ हॉस्पिटल परिसर में शौचालय व्यवस्था और पीने के पानी की व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे. ऐसे ही और कई बिन्दु हैं जिसके आधार पर निरीक्षण किया जाएगा.

इसलिए लिया गया ये निर्णय

बता दें कि लगातार मरीजों द्वारा शिकायत की जाती है कि हॉस्पिटल से दवा नहीं दी जाती है. खाने-पीने की व्यवस्था ठीक नहीं होती है. पीने के लिए पानी नहीं होता है. इलाज के लिए भटकना पड़ता है. ऐसे ही कई शिकायत मरीजों को होती है, जिसके निदान के लिए ये कदम उठाया गया है.

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