रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज यहां मंत्रालय में स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन (सीजीएमएससी), डीकेएस सुपरस्पेशियालिटी अस्पताल और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने बैठक में इन सभी विभागों की वित्तीय एवं नई व्यवस्थागत जरूरतों के बारे में विभागाध्यक्षों से जानकारी ली. स्वास्थ्य मंत्री ने सीजीएमएससी को दवाईयों की खरीदी प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर सभी अस्पतालों को पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने डीकेएस सुपरस्पेशियालिटी अस्पताल में दुकानों के संचालन के लिए जल्द नया टेंडर जारी करने कहा. उन्होंने वहां विद्युत के साथ ही सौर ऊर्जा का भी उपयोग कर बिजली के खर्चों में कमी लाने का सुझाव दिया.
बैठक में बताया गया कि छत्तीसगढ़ में एंटी-रैबीज के 50 हजार टीके हाल ही में पहुंचे हैं, जिन्हें अस्पतालों को उनकी मांग के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है। जल्द ही एक लाख टीके और आने वाले हैं. स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने अधिकारियों को इस टीके का निर्माण करने वाली कंपनी इंडियन इम्युनोलॉजिकल लिमिटेड (आआईएल) के चेयरमैन से बात कर प्रदेश की जरूरत के मुताबिक पर्याप्त संख्या में टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने मेडिकल कॉलेजों के प्राध्यापकों और स्टॉफ का उपयोग जिला चिकित्सालयों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के स्टॉफ को प्रशिक्षित एवं उपचार की नई तकनीकों को साझा किए जाने पर भी चर्चा की गई. सिंहदेव ने स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने विभागीय बजट के साथ ही सीएसआर और डीएमएफ राशियों के सदुपयोग के निर्देश दिए.
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह, आयुक्त एवं सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक भुवनेश यादव, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बंसोड़, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. एस.एल. आदिले और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित अनेक वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद थे.