नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज कहा कि राजधानी में कोरोना की तीसरी लहर पहले ही अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है और अब मामलों में जल्द ही कमी देखने को मिल सकती है. सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोविड 19 की पीक पहले ही आ चुकी है. अब देखना है कि मामले कब कम होते हैं और ऐसा लगता है कि राजधानी में मामलों में गिरावट आ चुकी है. दिल्ली में शुक्रवार को दैनिक मामले 24,383 दर्ज किए गए थे और इनमें पहले की तुलना में गिरावट देखी गई, जिसके आज और कम होने की उम्मीद है.

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स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि आज दिल्ली में कोविड मामलों में 4,000 की कमी होने की उम्मीद है, हालांकि पॉजिटिविटी दर लगभग 30 प्रतिशत होगी. अस्पताल में भर्ती होने की दर में पिछले 5-6 दिनों में कोई इजाफा नहीं हुआ है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह गिरावट इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में मामले कम होंगे. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में अभी तक 15 प्रतिशत बिस्तरों पर ही मरीजों की भर्ती हुई है. शहर में कोविड जांच में भी थोड़ी कमी आई है और शुक्रवार को लगभग 79,578 कोविड परीक्षण दर्ज किए, जिसमें 24 घंटों में 61,183 आरटी-पीसीआर जांच और 15,395 रैपिड एंटीजन परीक्षण शामिल थे.

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यह पूछे जाने पर कि क्या मामलों में गिरावट के लिए कम कोविड परीक्षण को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, तो उन्होंने कहा कि परीक्षण के मामलों में हम केंद्र के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं और दिल्ली में जांच कम नहीं हुई है. गौरतलब है कि इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने जारी एक सलाह में कहा था कि कोविड के पुष्ट मामलों के संपर्कों को परीक्षण की आवश्यकता नहीं है, बशर्ते कि उनमें कोई गंभीर मामला नहीं हो या ऐसे मरीजों को कोई अन्य बीमारी ना हो. दिशा-निर्देशों में यह भी कहा गया है कि सामुदायिक स्तर पर लक्षणविहीन मामलों की जांच की भी आवश्यकता नहीं है.