सुप्रिया पांडेय, रायपुर। जब 5000 कोरोना केसेस की संभावना थी, तब हमने 10000 का टारगेट दिया था, अब रायपुर में संख्या 10 हजार पार है तो हमने 15000 का टारगेट दिया है. और अंततः 25000 तक का भी. यह बात स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या के बीच सरकार की तैयारियों का हवाला देते हुए कही.
टीएस सिंहदेव ने कहा कि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए हम प्लानिंग कर रहे हैं. अब यह भी स्थिति आएगी कि डिस्चार्ज की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ेगी. अभी तक कम मरीज डिस्चार्ज हो रहे थे, लेकिन सितंबर महीने की शुरुआत से ही डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. सितंबर वाले जैसे डिस्चार्ज होने लगेंगे तो दोनों दबाव बनेगा. 3000 मरीज अगर आ रहे हैं. जिस दिन 2000 पेशेंट डिस्चार्ज होने लगेंगे तो दबाव 3000 का नहीं रहेगा, 1000 का रहेगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि संभावित संख्या की डेढ़ गुणा का प्रबंधन करके हम लोग चल रहे हैं, और अभी आईसोलेशन के लिए चिन्हांकित संस्थाएं हैं, जो तत्काल चालू की जा सकती है. उन्होंने कहा कि दिक्कत आईसीयू बेड्स के लिए होगी. आईसीयू बेड्स की एक सीमा आएगी, उस गंभीर स्तर के अगर पेशेंट आते हैं तो दिक्कत जाएगी, और मुख्यमंत्री भी बार-बार इस चीज को सामने ला रहे हैं कि समय से आगे आ जाइए.
उन्होंने कहा कि SPO2 लेवल यदि आपका 95 या उससे ऊपर है तो चिंता नहीं है, 95 से 85 के बीच है तो चिंता की बात है. यदि SPO2 लेवल 85 से नीचे है तो और गंभीर चिंता का विषय है, जिसमें आपको घर पर नहीं रहना है. 95-85 के बीच में ही आपको डॉक्टर के पास पहुंच जाना चाहिए. यह बात ध्यान रखना है कि सबसे पहले SPO2 लेवल चेक करें. आपको खांसी-सर्दी तो नहीं है वो देखिए. जिस दिन आपका SPO2 लेवल 95 से नीचे आता है तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है.