सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। प्रदेश में कोरोना जांच को लेकर मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सरकार अपनी तरफ से एक सीमित पहल कर सकती है, बहुत लोगों का आना जाना यहां होता है. एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर देख रहे हैं कि क्या निगरानी हो सकती है. यदि कोई बाहर से आता तो उसे क्वारंटाइन होने की जरुरत है. यदि कोई लक्षण नहीं भी है तो भी 7 दिन उन्हें अलग रहना चाहिए.
सेकंड डोज का वैक्सीनेशन नहीं होना यह चिंता का विषय है, शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगाना चाहिए, दूसरे डोज के लिए मैंने विभाग को कहा है. जिलों के कलेक्टर, स्वास्थ्य के सीएचएमओ व अधिकारियों को कहा कि दूसरे डोज को लेने में थोड़ी ज्यादा कड़ाई होनी चाहिए और जन जन तक संदेश पहुंचाना चाहिए. नहीं तो वैक्सीन की पूरी व्यवस्था ही निष्क्रिय हो जाएगी.
1 मार्च से 50 साल से ऊपर के नागरिकों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए 3,381 केंद्र चिन्हांकित किए गए हैं. जिससे कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग सके.
जिला प्रशासन द्वारा चेकिंग अभियान को लेकर कहा कि लोगों को फिर से जागरूक करने की आवश्यकता है. चिंता की बात छत्तीसगढ़ का मध्य क्षेत्र है जहां पर आवागमन ज्यादा है. आज स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग चल रही है, जिसमें जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए जाएंगे कि एक बार फिर अभियान की शुरुआत करें.
बदसलूकी स्वीकार नहीं
वहीं जेल प्रहरी द्वारा टेक्नीशियन को थप्पड़ जड़ने के मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बदसलूकी स्वीकार नहीं है, देरी हो सकती है, कुछ कमी हो सकती है उसको सही करने के कई तरीके हैं. हाथ उठाना किसी भी मान्य में स्वीकार नहीं है. किसी भी विभाग का कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति पर हाथ नहीं उठा सकता. चाहे वो पुलिस कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, नागरिक हो या व्यवसायी हाथ उठाना सही नहीं है.