रायपुर। स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह ने मंगलवार को मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए सभी जिलों के कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से चर्चा कर कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने विदेश प्रवास से लौटे व्यक्तियों की पूरी जानकारी रखने, संदिग्धों की पहचान, अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड और क्वारेंटाइन सेंटर में पुख्ता व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में मास्क और पीपीई की व्यवस्था रखने कहा।
स्वास्थ्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में रायपुर विमानतल पर विदेश प्रवास से लौटने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग और संदिग्धों के सैंपल कलेक्शन के साथ ही आइसोलेटेड एरिया की व्यवस्था को सुदृढ़ करने कहा। रायपुर के कलेक्टर और एस.एस.पी. को उन्होंने विमानतल पर पर्याप्त संख्या में राजस्व और पुलिस अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजधानी रायपुर सहित सभी जिलों में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में निःशुल्क आवास, भोजन और चिकित्सा सेवा के साथ ही वहां सुविधाजनक ढंग से आइसोलेशन के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जरूरत पड़ने पर राजस्व और पुलिस अधिकारियों की भी मदद लेने कहा। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को होम आइसोलेशन का दौरा करने कहा।
स्वास्थ्य सचिव ने कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने में लगे सभी मेडिकल स्टॉफ को सुप्रशिक्षित करने के साथ ही उन्हें सभी सुरक्षा उपाय मुहैया कराने कहा। उन्होंने सभी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में मास्क और पीपीई का इंतजाम रखने के निर्देश दिए। स्वास्थय सचिव सिंह ने कलेक्टरों को संक्रमण के लक्षण वाले लोगों को सेल्फ-क्वारेंटाइन के लिए आगे आने के लिए अपील करने कहा। उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षणों, बचाव के तरीकों, मास्क के उपयोग और हाथ साफ रखने के बारे में आईईसी के माध्यम से सभी वर्गों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए। स्वास्थ्य सचिव ने दूसरे राज्यों की सीमा से सटे जिलों को लोगों की आवाजाही पर खास नजर रखने कहा। उन्होंने निजी अस्पतालों के साथ बैठक कर कोरोना वायरस की जांच और संदिग्धों की पहचान के लिए समन्वय बनाकर काम करने के भी निर्देश दिए।
वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में स्वास्थ्य संचालक नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला और खाद्य एवं औषधि नियंत्रक एस.एन. राठौर भी मौजूद थे।