दिनेश द्विवेदी, मनेंद्रगढ़. छत्तीसगढ़ में लगातार स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था सामने आती रही है. एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के गृह जिले मनेंद्रगढ़ से सिस्टम की पोल खोलने वाला मामला सामने आया है, जहां जिला अस्पताल के अंदर बारिश का पानी भर गया है. अस्पताल के चारों तरफ पानी भरने से भवन निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. बता दें कि इससे पहले भी स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था का मामला आया था, जहां अस्पताल में बेड नहीं मिलने से एक बीमार बच्ची की मौत हुई थी. इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.


पहली ही बारिश ने एमसीबी जिला अस्पताल भवन की गुणवत्ता की पोल खोल दी. अस्पताल के चारों तरफ बारिश का पानी भरने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि अस्पताल भवन के निर्माण की गुणवत्ता को लेकर निर्माण के समय ही सीजीएमएससी पर कई सवाल उठे थे पर स्वास्थ्य विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. इसका खामियाजा अब मरीजों को भुगतना पड़ रहा. अस्पताल में पानी भरने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. कांग्रेस के पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने जिला अस्पताल का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, जिसमें अस्पताल के चारों तरफ बारिश का पानी भरा हुआ है.

अस्पताल में बेड नहीं मिलने से बच्ची की हुई थी मौत, नहीं हुई कोई कार्रवाई
बता दें कि इससे पहले भी मनेंद्रगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था सामने आई थी, जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में उल्टी-दस्त से पीडि़त डेढ़ साल की बच्ची को बेड नहीं मिला. समय पर इलाज नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई थी. बच्ची एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़ के चैनपुर गांव की रहने वाली थी. परिजनों ने बताया था कि दो दिन पूर्व बच्ची की तबियत खराब होने पर उसे मनेंद्रगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां डॉक्टर ने बेड खाली नहीं होने पर बच्ची को एडमिट नहीं किया, जबकि बच्ची की हालत बहुत ज्यादा खराब थी. बच्ची की हालत देखकर दूसरे दिन 55 किलोमीटर दूर बस से बच्ची को लेकर जिला अस्पताल बैकुंठपुर लाए, तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी. इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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