रायपुर- कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने लॉकउाउन का समय दो सप्ताह के लिए बढ़ा कर 17 मई तक कर दिया है। आयुष विभाग के योग व नचुरोपैथी चिकित्सा पद्वति की टीम भारतीय प्राकृतिक व योग स्नातक मेडीकल संघ (ईनिमा), छत्तीसगढ ईकाई के तत्वाधान में चिकित्सकों द्वारा फेसगुक लाइव पेज में प्रति दिन सुबह 8 बजे से 9 बजे तक एक घंटे का लाइव योगा, स्वास्थ्य टीप्स व संगोष्ठी, आहार टिप्स व विभिन्न प्रकार के व्यायाम का आयोजन 28 अप्रेल से शुरु किया गया है।
शासकीय आयुर्वेदिक अस्पताल की योग चिकित्सक डॉ सुनीता जैन ने बताया, कोरोना को हराने के लिए सभी को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने हुए घर पर ही रह कर सोशल डिसटेंसिंग को सफल बनाते हुए अपनी सेहत का ख्याल भी रख सकते हैं। डॉ जैन ने कहा: “स्वास्थ्य उपयोगी छोटी-छोटी बातों को अपनाकर हम दैनिक जीवन में अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढा कर ’ सर्वे संतु निरामया:’ के श्लोक को साकार कर सकते हैं। इसके लिए ईनिग्मा छत्तीसगढ से जुड़े डॉक्टरों से घर बैठे टीप्स लेकर सेहतमंद बन सकते हैं। लाईव देखने के लिए—https://www.facebook.com/inygma.chhattisgarh के फेसबुक लिंक का उपयोग कर सकते हैं।‘’
ऐसे में लॉकडाउन बढने के बाद फिटनेस के प्रति सतर्क रहने वाले लोगों की योजनाओं को झटका लगा है। बहुत से लोग यह सोचे बेठे थे कि लॉकडाउन खुलते ही वे मॉर्निंग वॉक शुरू कर देंगे जो कि फिलहाल संभव नहीं है। डॉ सुनीता जैन ने बताया योग व प्राकृतिक चिकित्सा पद्वति का उपयोग कर पर घर में रहते हुए भी जॉगिंग की जा सकती है। इसके लिए घर के उस स्थान का चुनाव करें जो खुला और बड़ा हो। विशेषज्ञ मानते हैं कि लॉकडाउन बढ़ने जैसी स्थितियां मानसिक तनाव को बढ़ा सकती हैं इसलिए घर में ही जॉगिंग करके टेंशन मैनेजमेंट कर सकते हैं। उन्होने बताया योग के माध्यम से घुटने के दर्द से राहत के लिए जरुरी टिप्स अपना सकते हैं। वर्चुअल क्लास की मदद लें घर में रहकर किए जाने वाले व्यायाम के बारे में ऑनलाइन क्लासेस की मदद ले सकते हैं। रायपुर के भारतीय प्राकृतिक व योग स्नातक मेडीकल संघ (ईनिमा), छत्तीसगढ ईकाई ग्रुप ऐसी ही पहल कर रहा है। वे फेसबुक पर 60 मिनट की वर्चुअल रनिंग क्लास चलाते हैं।
योग चिकित्सक डॉ. जैन के अनुसार प्रातकालीन समय योग व व्यायाम के लिए श्रेष्ठ है। खाने के चार घंटे बाद आप संध्याकालीन में भी व्यायाम कर सकते हैं। योग से पहले वॉकिंग व जॉगिंग सिथलीकरण व्यायम का काम करता है। जॉगिंग करने से पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह तेज होता है। शरीर के टॉक्सीन पसीने के रुप में बाहर आते हैं। मासपेशियों व हडियां भी मजबूत होती है। फेफड़े व हदय की कार्य क्षमता बढ़ती है। व्यायाम के साथ-साथ प्राकृतिक आहार फल सब्जियां अंकुरित दाने, साबूत आनाज का उपयोग लाभप्रद है। रक्त सेल व इम्यून सेल तेजी से बनते हैं एवं शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाते हैं। हृदय रोगी, घुटने का दर्द, अर्थराइटीज , साइटिका एवं अन्य जटिल बीमारी वाले चिकित्सक के सलाह से व्यायम करें।
इन बातों का रखें ख्याल ’ जॉगिंग करते समय चप्पल न पहनें, आरामदायक जूतों का इस्तेमाल करें। ’ ढीले कपड़े पहने ताकि हवा पास हो और शरीर का पसीना सूखता रहे। ’ शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी पीते रहें, थकावट नहीं होगी। योग करने से तनाव घटाने में मिलेगा लाभ इसे करने से हृदय व शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और यह मानसिक तनाव घटाने में भी सहायक है। इसे रोज करने से शरीर के टॉक्सिन नष्ट होते हैं, यह व्यायाम एंटीएजिंग की तरह भी काम करता है।
जॉगिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें किसी उपकरण की सहायता के बिना भी शरीर का पूरा व्यायाम हो जाता है। यह स्लिम होने में तो मदद करती ही है, अन्य कई तरह से भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होती है, अगर इसे सही तरह से किया जाए। लॉकडाउन में घर पर जॉगिंग करने के दौरान आपको अपनी गति को थोड़ा नियंत्रित रखना होगा और एकाग्रता बनाए रखनी होगी ताकि जॉगिंग करते हुए किसी जगह टकरा न जाएं।