Health Tips: हरसिंगार यानी परिजात के फूल, जिसे स्वर्ग का फूल भी कहा जाता है. ये न सिर्फ खुशबू बिखेरते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं. हरसिंगार के फूल भगवान को अर्पित किए ही जाते हैं, इसकी पत्तियां में आयुर्वेदिक गुण होता है. इससे अर्थराइटिस में होने वाले दर्द से लेकर अस्थमा जैसे रोग से निजात मिलती है. और भी कई रोगों के लिए यह लाभदायक है. आज इस आर्टिकल में हम आपको हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा पीने से होने वाले फायदे के बारे में बताएंगे, साथ ही इसे कैसे बनाएं यह भी. तो चलिए जानते हैं इसके औषधीय गुणों के बारे में.

अर्थराइटिस का करें इलाज

हरसिंगार के पत्तों से बने काढ़े को पीने से शरीर के कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मिलते होते हैं,जो अर्थराइटिस में होने वाली सूजन और दर्द को काफी कम कर देते हैं.

गंजेपन का करे इलाज

हरसिंगार के पत्ते से बना काढ़ा पीने से गंजेपन को कम करता है. काढ़े को कम से कम दिन में 2 बार स्कैल्प पर एप्लाई करें. इससे बाल झड़ना कम होगा. सफेद बाल की परेशानी दूर होगी. बाल घने होंगे.

अस्थमा की परेशानी करे कम

हरसिंगार के पत्तों से तैयार काढ़ा का सेवन करने से अस्थमा यानी सांस की समस्या संबंधित रोग को दूर करता है. इसके पत्तों में एंटी-अस्थमैटिक और एंटी-एलर्जी गुण होते हैं, जो अस्थमा रोगियों को होने वाली परेशानियों से सुरक्षित रखते हैं.सांस लेने में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता.

पेट में कीड़े को करे नष्ट

बच्चों को अक्सर पेट में कीड़े की परेशानी होती है, जिसकी वजह से पेट दर्द, खुजली महसूस होती है. हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा पेट के कीड़े को तो मारता है, पाचन तंत्र को और मजबूत करता है.

डेंगू और चिकनगुनिया में है फायदेमंद

हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. डेंगू और चिकनगुनिया से हुई कमजोरी को दूर करता है. इससे शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिल सकती है.