सुप्रिया पांडेय, रायपुर। नियमितीकरण की मांग को लेकर बीते 63 दिनों से प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्य कर्मी शनिवार को अपने आंदोलन को अलग ही स्तर पर ले गए. सुबह 5 बजे से कफन ओढ़कर सड़क पर लेट प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन की वजह से राजधानी के व्यस्ततम बूढ़ा तालाब रोड पर ट्रेफिक को वन वे करना पड़ा है. समझाइश देने के बाद भी आंदोलनकारियों के नहीं मानने पर पुलिस-प्रशासन एफआईआर दर्ज करने की चेतावनी दी है.

बूढ़ा तालाब की सड़क पर प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्य कर्मी प्रवीण चंद्रा ने कहा कि लगातार 63 दिनों से नियमितीकरण मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार नहीं सुन रही है. सरकार का ध्यान केवल लाशों पर ही केंद्रित होता है, इसलिए इस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं. मनोज बिसेन ने कहा कि सुबह 5 बजे से प्रदर्शन कर रहे हैं और हमने निर्णय लिया है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती है, सड़क से नहीं उठेंगे.

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स्वास्थ्य कर्मियों के आंदोलन की वजह से राजधानी के व्यस्ततम सड़कों में से एक बूढ़ा तालाब सड़क पर यातायात प्रभावित हो रहा है. आंदोलन को देखते हुए वन वे ट्रेफिक करना पड़ा है. उरला टीआई भरत बरेठ, कोतवाली टीआई मोहसिन खान, टिकरापारा टीआई संजीव मिश्रा के साथ भारी संख्या में पुलिस बल भी बूढ़ा तालाब में मौजूद है.

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टिकरापारा टीआई संजीव मिश्रा ने बताया कि प्रदर्शन से यातायात प्रभावित हो रहा है, इसलिए इन्हे समझाइश दी जा रही है. अगर ये नहीं माने तो इन पर एफआईआर दर्ज होगी. वहीं तहसीलदार मनीष देव साहू ने कहा कि यातायात प्रभावित करने का अधिकार किसी को भी नहीं है, ऐसे में इन पर धारा 147, 341 के तहत कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. लगातार आम जनता परेशान हो रही है, सुबह 5 बजे से इन्होंने रोड जाम किया है.