लुधियाना : सेहत विभाग में एक कर्मचारी को, ड्यूटी पर अनुपस्थित रहते हुए भी, करीब पांच साल तक वेतन मिलता रहा और उसे प्रमोशन भी दी गई. यह मामला तब सामने आया जब एसएमओ डॉ. रमेश कुमार ने साहनेवाल में अपनी ड्यूटी जॉइन की और इस गड़बड़ी की जानकारी सिविल सर्जन को दी.

सिविल सर्जन ने इस मामले की जांच साहनेवाल और सुधार के एसएमओ को सौंप दी, लेकिन कर्मचारी के हाजिरी रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा सामने आने पर विजिलेंस जांच की सिफारिश कर दी गई.

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यह मामला फतेहगढ़ साहिब में तैनात रहे एक मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर से जुड़ा है. इस हेल्थ वर्कर ने जुलाई 2011 में पांच साल की छुट्टी ली थी, लेकिन 2016 में छुट्टी खत्म होने के बाद भी ड्यूटी जॉइन नहीं की. हालांकि उसने जुलाई 2020 में दोबारा जॉइनिंग के लिए आवेदन किया था. जांच के दौरान वहां के सुपरवाइजर ने खुलासा किया कि उसने कभी इस हेल्थ वर्कर को नहीं देखा और उसकी हाजिरी भी तस्दीक नहीं की.


जांच के आगे बढ़ने पर पता चला कि कर्मचारी ने 2020 के बाद ड्यूटी जॉइन नहीं की थी और वह अमेरिका में ग्रीन कार्ड होल्डर बन चुका था. इसके बावजूद उसे वेतन मिलता रहा और 2021 में उसे मल्टीपर्पज हेल्थ सुपरवाइजर के पद पर प्रमोशन भी मिल गई.