पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा. मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी दंतेवाड़ा एचएल ठाकुर ने DMF मद से लगे 292 स्वास्थ्य कर्मचारियों को 10 दिन पहले सेवा समाप्त करते हुए बाहर का रास्ता दिखाते हुए नोटिस थमा दिया था. 10 दिन बीतने के बाद भी स्थगन का आदेश नहीं मिला है. जिसके बाद सभी कर्मचारी दहशत में है. घुटने के बल चलकर कर्मचारी देवी दंतेश्वरी के दर पर प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचे है.

कांग्रेस सरकार के स्वास्थ्य मंत्री से लेकर दन्तेवाड़ा प्रभारी मंत्री ने कर्मचारियों को निकालने के मामले में कोई भी एक्शन नहीं लेने की बात मौखिक मीडिया में कही है. बावजूद इसके इन कर्मचारियों को अब तक बहाल नहीं किया गया है. साथ ही सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और प्रभारी मंत्री कवासी लखमा का मौखिक आश्वासन भी पीड़ित कर्मचारियों के दर्द पर मरहम लगाता नहीं दिख रहा है.

सरकार ने बेरोजगारों को नौकरी देने और संविदा कर्मियों को नियमित करने के वादे के साथ जनता के बीच पहुंची थी, जहां जनता और कर्मचारियों का भी इन्हें पूरा समर्थन मिला था, लेकिन दंतेवाड़ा में अब इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को सरकारी आश्वासन से ज्यादा माई दंतेश्वरी के शरण में जाना उचित लग रहा है. अचार सहिंता लगने के साथ ही इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है.

मंत्री ने दिया था आश्वासन..

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