अमित पाण्डेय, छुईख़ादन. सरकारी अस्पताल छुईखादन से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां स्वास्थ्यकर्मियों ने मरीज की जान से खिलवाड़ करते हुए एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ा दिया. जिसके बाद मरीज के परिजन ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डाल दिया. वीडियो वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और आनन-फ़ानन में कार्रवाई के नाम पर स्टाफ़ नर्सों और दोषियों की वेतन वृद्धि रोकी गई है.

बता दें कि, छुईखदान हॉस्पिटल मे भर्ती एक मरीज को स्वास्थ्य कर्मियों ने एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ा दिया. इसका पता चलते ही मरीज के परिजन भड़क गए. परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. वीडियो में साफ़ दिखाई दे रहा है कि, ड्रिप माह अप्रैल जनवरी 2020 में बना और समाप्ति की तिथि दिसंबर 2022 में थी.

अब पूरे मामले में ज़िम्मेदार बचते नज़र आ रहे हैं और जांच करने की बात कहकर अपने आप को बचा रहे हैं. अब सवाल ये उठता है कि, आम आदमी के जान की क़ीमत केवल वेतन वृद्धि रोकना ही है क्या ?

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