रेणु अग्रवाल,धार। मध्य प्रदेश के धार स्थित ऐतिहासिक भोजशाला में याचिकाकर्ता आशीष गोयल की लगाई गई याचिका पर कल (सोमवार) सुबह 11 बजे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इस दौरान याचिकाकर्ता समेत अन्य लोग नए तर्कों के साथ अपना पक्ष रखेंगे। जिसमें बताया जाएगा कि भोजशाला का मुद्दा और इस परिसर की प्रकृति काशी-मथुरा व अयोध्या के समान है।

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इस मामले में Hindu front for justice के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में 17 फरवरी तारीख तय की गई है। हमने मांग की है कि सर्वे होने के बाद रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सर्वे की रिपोर्ट के क्रियान्वयन पर जो रोक लगाई है उसे हटाया जाए और आगामी निर्देश हाईकोर्ट को प्रदान किए जाए। 

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उन्होंने यह भी कहा कि भोजशाला में पूजा-हवन निर्बाध रूप से  24 घंटे 365 दिन पूरे वर्षभर होता रहे. सनातन और हिन्दू समाज आनंद उठाए, अपने धार्मिक स्वरूप को प्राप्त करे। इसलिए यह याचिका लगाई गई है।

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बतादें कि, पिछले साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को साइट का सर्वेक्षण करने की अनुमति दी थी। जिसमें कोर्ट ने निर्देश दिया था कि बिना उसकी अनुमति के सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की जाए।

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