सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. प्रदेश में बदलते मौसम का कहर जारी है. बदलते मौसम के कारण हार्ट अटैक के 5 से 6 केस और पैरालिसिस बीमारी के 10 से 12 केस मरीज मिल रहे हैं. निजी और सरकारी अस्पताल में रोजाना 55 से ज्यादा मरीज हार्ट अटैक और पैरालिसिस के मरीज आ रहे हैं. पिछले 30 दिनों में 1500 से ज्यादा मरीज मिले हैं. जो चिंता बढ़ा रहा है.

एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट के विभागाध्यक्ष डॉक्टर स्मिथ श्रीवास्तव ने कहा कि दूसरे मौसम की अपेक्षा ठंड के मौसम में हार्टअटैक मरीजों की संख्या बढ़ जाती है.

चीन, अमेरिका, जापान, इंग्लैंड एवं अन्य देशों के शोध में पाया गया है कि ठंड के मौसम में 65 साल से ज़्यादा उम्र वाले मरीज हार्ट अटैक से ज्यादा पीड़ित होते हैं क्योंकि ठंड में खून मोटा हो जाता है. वायरस लोड बढ़ जाता है, जिसके कारण अटैक ज्यादा होता है.

ठंड के दिनों से हार्ट अटैक अन्य मौसम की अपेक्षा घातक होता है. अन्य मौसम की अपेक्षा रिकवरी दर भी कम होती है, इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है.

बचाव के उपाय

20 डिग्री से कम वाले स्थान में जाने से बचें.

ठंड के दिनों में बॉडी को गर्म रखें.

अचानक गर्म जगह से थंड में ना जाए.

पारंपरिक खतरा पान गुटखा मसाला का सेवन न करें.

लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.

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