रायपुर. बलौदाबाजार भाटापारा जिले की पुरगांव एवं भवानीपुर धान खरीदी केन्द्र में गड़बड़ी पकड़ी गई.शुक्रवार रात को दोषियों के विरूद्ध संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. भारतीय दण्ड संहिता की धारा 420 एवं सुसंगत धाराओं के अंतर्गत गिधौरी एवं गिधपुरी थाने में अपराध दर्ज किया गया है. कलेक्टर कार्तिकेया गोयल एवं एसपी नीतु कमल ने नोडल अफसरों की रिपोर्ट के आधार पर गड़बड़ी की आशंका होने पर दोनों खरीदी केन्द्र की जांच कराई. जांच के दौरान भौतिक सत्यापन किये जाने पर स्टाॅक में ज्यादा मात्रा में धान संग्रहित पाया गया. इसके साथ ही अन्य गड़बड़िया भी सामने आई. कलेक्टर-एसपी स्वयं भवानीपुर खरीदी केन्द्र पहुंचकर भौतिक सत्यापन किये. संबंधित सहकारिता विस्तार अधिकारियों द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई.

सहकारिता विभाग के उप पंजीयक एवं खाद्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पलारी विकासखण्ड के भवानीपुर खरीदी केन्द्र में एक हजार 26 कट्टा मौजूद रिकार्ड से ज्यादा धान की मात्रा पकड़ी गई. जिसका वजन 410 क्विंटल होता है. इसके साथ ही केन्द्र में 2 हजार 905 नग बारदाना कम पाया गया. समिति के फड़ प्रभारी से पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. लिहाजा फड़ प्रभारी अमित कुमार आजाद एवं हमाल मुकद्दम सुशील कुमार निषाद के विरूद्ध गिधपुरी थाने में देर रात प्राथमिकी दर्ज की गई है.

इसी प्रकार गिधौरी थाने के अंतर्गत पुरगांव खरीदी केन्द्र में भी भारी गड़बड़िया उजागर हुई. बताया गया कि पुरगांव में भी जरूरत से 86 कट्टा ज्यादा स्कंध पकड़ाया गया. समिति द्वारा किसानों के धान का बिना ढेरी लगाये सीधे अपने बारदाना में उड़ेलकर तौल किया गया था. गुणवत्ता के मानको की भारी अनदेखी भी की गई. प्रति कट्टा किसानों से 100 ग्राम से 900 ग्राम तक ज्यादा तौल किया गया था. बोरों में स्टेन्सिल लगाने का काम समिति का है, लेकिन यह काम किसानों से कराया जा रहा था.

धान को पानी से बचाने के लिए ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी. धान की भूंसी के उपलब्ध नहीं रहने पर पत्थर अथवा ईंट से ड्रेनेज की व्यवस्था की जा सकती थी. पुरगांव में अव्यवस्था के लिए दोषी फड़ प्रभारी श्री मयाराम साहू एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर  पुरूषोत्तम साहू के विरूद्ध गिधौरी़ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.

गौरतलब है कि बलौदाबाजार जिले के 151 उपार्जन केन्द्रों में वास्तविक किसानों से धान खरीदी का काम चल रहा है. इनके निगरानी की पुख्ता इंतजाम किया गया है. हर उपार्जन केन्द्र पर खाद्य, सहकारिता, कृषि विभाग के अधिकारियों की निगरानी है. इसके अलावा समिति वार नोडल अफसर भी नियुक्त किये गये हैं. कलेक्टर एवं एसपी स्वयं प्रतिदिन के खरीदी की निगरानी कर रहे हैं. कलेक्टर ने बताया कि प्रतिदिन वे स्वयं कोई न कोई समिति आकस्मिक तौर से जाकर निरीक्षण करेंगे.