बालोद। पिछले कई दिनों से एक बाघ अलग-अलग जिलों में पहुंचकर विचरण कर रहा है. इस समय यह बाघ बालोद में घूम है. जहां उसने एक गाय को अपना शिकार भी बनाया है. जिसके बाद वन विभाग ने बाघ को सुरक्षित पकड़ने के लिए प्रशिक्षित हाथी और कान्हा किशली से एक्सपर्ट टीम को बुलाया गया है. इन सबके साथ वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ने रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.

इनके आने के बाद वन विभाग ने बालोद-दुर्ग मार्ग को बंद कर दिया है. वाहनों के आने जाने पर भी रोक लगा दी गई. बसों के रूटों में बदलाव किया गया है. आशंका जताई जा रही है कि ग्राम लाटाबोड़ के गन्ने के खेत में बाघ घूसा हुआ है. क्योंकि उसी गन्ने खेत के पास गाय का शिकार करने की बात सामने आई है. विभाग के अधिकारी बाघ को पकड़ने के लिए वहां 15 किलोमीटर दूर बालोद से हाथी में बैठकर हांका लगाना शुरु कर दिया गया है.

डॉग स्क्वाड और हाथी की मदद से वन विभाग रेस्क्यू चला रही है. बाघ देखने की ललक पर सड़क में पहुंचे आम लोगों को पुलिस द्वारा समझाइस लगातार दी जा रही है. जिससे किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी न हो. रेस्क्यू के चलते बालोद-दुर्ग मार्ग के कुछ हिस्सों को वन विभाग ने बंद कर दिया है. इस बाघ को घेरकर उसे ट्रेंकुलाइज करेंगे और वापिस जंगल में छोड़ेंगे.

गौरतलब है कि बाघ खाने के बाद सुस्त हो जाता है. ये स्थिति उसे पकड़ने के लिए ठीक है. कुछ दिन पहले राजनांदगांव जिले में एक बाघ देखा गया था. जिसके बाद वो दुर्ग जिले में आ गया था. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने विभाग के अधिकारियों को कहा है कि किसी भी कीमत पर बाघ का रेस्क्यू किया जाए. उन्होंने इसे पकड़ने में दक्ष एक्सपर्ट को बुलाने के लिए अधिकारियों को अनुमति दे दी है.