झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के अध्यक्ष हेमंत सोरेन(Hemant Soren) ने अभी तक दिल्ली विधानसभा(Delhi Election 2025) चुनाव को लेकर अपनी पार्टी का रुख नहीं बताया है. जेएमएम इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि वह कांग्रेस के लिए प्रचार करें या आम आदमी पार्टी का समर्थन करें. झारखंड में JMM के नेतृत्व वाली इंडिया ब्लॉक सरकार में कांग्रेस शामिल है, जबकि सुनीता केजरीवाल ने खुद लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार का प्रचार किया था. हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण के दौरान खुद अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) मंच पर मौजूद थे. नतीजतन, जेएमएम खुलकर न तो कांग्रेस का समर्थन कर रही है और न AAP को नैतिक समर्थन दे रही है.

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 हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन इंडिया ब्लॉक का सबसे बड़ा चेहरा रहे हैं. कल्पना सोरेन ने लोकसभा चुनाव में काफी प्रचार किया था, लेकिन अब इंडिया ब्लॉक दिल्ली विधानसभा चुनावों में पूरी तरह से बिखर गया है. कांग्रेस और AAP केवल आपस में लड़ रहे हैं, इसलिए जेएमएम को किसी के पक्ष में उतरने या नैतिक समर्थन देने में हिचकिचाहट हो रही है.

राज्य में हेमंत सरकार को कांग्रेस के 16 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इसका अर्थ है कि जेएमएम कांग्रेस के खिलाफ नहीं जाना चाहता है और AAP से भी संबंध बिगाड़ना नहीं चाहता है. इसलिए, वह शायद दिल्ली चुनाव में तटस्थ रहना चाहेगी, यानी हेमंत सोरेन को दिल्ली में चुनाव प्रचार नहीं करना चाहिए.

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अंतिम फैसला शिबू सोरेन लेंगे

जेएमएम के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि सेक्युलर ताकत को मजबूत करने की स्थिति में होने वाले को समर्थन मिलेगा. पांडे ने कहा कि दोनों घटक इंडिया ब्लॉक के अभिन्न अंग हैं, इसलिए पार्टी सुप्रीमो ‘गुरुजी’ यानि शिबू सोरेन को अंतिम निर्णय लेने का अधिकार है.