विश्व के सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है.

गुरुनाम सिंह के नेतृत्व में गुरुद्वारा प्रबंधन की 11 सदस्यों की टीम हेमकुंट साहिब पहुंच गई है. हेमकुंट यात्रा 20 मई से शुरू होगी.

Hemkund Sahib: Yatra will start on May 20, jawans engaged in making way by cutting snow

दरअसल, चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब और लक्ष्मण लोकपाल पहुंचने के लिए सेना ने अटलाकुड़ी में ग्लेशियर काट कर रास्ता तैयार कर लिया है.

हेमकुंड साहिब सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह की तपस्थली मानी जाती है.वहीं हिमाच्छादित पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य हेमकुंड सरोवर के समीप हेमकुंड गुरुद्वारा और लोकपाल तीर्थ स्थित है.

यहां पहुंचने के लिए बद्रीनाथ के निकट गोविंद घाट से पुलना गांव तक मोटर मार्ग से तथा उसके आगे लगभग 17 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंचा जाता है.हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए आते हैं।

सेना ने अटलाकुड़ी में ग्लेशियर काट कर रास्ता तैयार कर लिया है